सोनभद्र: आज तक आपने कई मेले घूमे और देखे होंगे. आज हम आपको एक अनोखा मेला दिखाने वाले हैं, जहां लोगों का दावा है कि भूत आते हैं. सोनभद्र के एक गांव में छठ पूजा के बाद भूतों का मेला लगता है. तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में कई राज्यों के लोग आते हैं. आए हुए लोगों में ऐसा विश्वास है कि यहां उनकी मनोकामना पूरी होती है और भूत-प्रेतों से छुटकारा भी मिलता है.
तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में हजारों की भीड़ होती है. भूतों का यह मेला चोपन ब्लॉक के मिश्री गांव में लगता है. कई वर्षों से आयोजित इस मेले में हजारों की संख्या में लोग अपने इलाज के लिए आते हैं. कई लोग मन्नत पूरा होने के बाद यहां पूजा-अर्चना करने आते हैं.
भीड़ को देखते हुये स्थानीय स्तर से उच्च प्राथमिक विद्यालय डोमा को बंद करा दिया जाता है. लोगों का मानना है कि यहां मन्नतें पूरी होती हैं और पुत्र की प्राप्ति होती है. मन्नत पूरी होने के बाद लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं. लोगों का विश्वास है कि इस जगह से कोई भी खाली हाथ वापस नहीं जाता.
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महिला पुजारी जीरा देवी का दावा है कि उसकी छड़ी में इतनी शक्ति है कि उसके छूने मात्र से महिलाओं की गोद भर जाती है और अंधे की रोशनी लौट आती है. महिला पुजारी का कहना है कि मन्नत पूरी हो जाने के बाद लोग यहां अपनी मन्नत उतारने आते हैं. इसके बदले बकरा, सोना, चांदी और फल-फूल चढ़ाते हैं.
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इस भूतों के मेले के आयोजक का कहना है कि यह कई सालों से आयोजित हो रहा है. यहां दूर-दूर से लोग हजारों की संख्या में भूत-प्रेत से सम्बंधित निवारण के लिए आते हैं. उनकी सभी मन्नतें पूरी होती हैं. किसी से कुछ लिया नहीं जाता है, स्वेच्छा से लोग प्रसाद चढ़ाते हैं.
जानकारी हुई कि अंधविश्वास के चलते लोग यहां पर इस तरह का आयोजन करते हैं. उनको जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा. अगर कहीं से समस्या उत्पन्न होती है तो कार्रवाई भी की जाएगी.
-आशीष श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक,सोनभद्र
नोट- ऐसे अंधविश्वास को ईटीवी भारत पुष्टि नहीं करता.