रायबरेली: ऊंचाहार में नेशनल थर्मल पावर प्लांट ( एनटीपीसी ) संयंत्र क्षेत्र में स्मार्ट फोन और बाइक ले जाने पर लगी रोक के विरोध में आज श्रमिकों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही कार्य छोड़कर लामबंद होकर प्रदर्शन किया.
एनटीपीसी संयंत्र क्षेत्र के मुख्य गेट पर सोमवार को श्रमिकों ने काम न करके धरने पर डट गए. उनका कहना है कि एनटीपीसी के अधिकारी मोबाईल और बाइक, कार ले जा सकते हैं. यहां तक कि सीआईएसएफ के जवान भी मोबाईल और वाहन रखते हैं. मात्र श्रमिकों को मोबाईल और वाहन ले जाने पर रोक लगाना एनटीपीसी की मनमानी है. श्रमिकों का कहना है कि एनटीपीसी किसी घटना व दुर्घटना सार्वजनिक होने के भय से श्रमिकों को प्रताड़ित कर रही है.
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श्रमिकों का कहना है कि वाहन न ले जाने से रोकने पर उन्हें काफी दूर तक पैदल चलना पड़ता है. एनटीपीसी का यह रवैया करीब दो माह से अनवरत चल रहा है. इसकी शिकायत श्रमिकों ने हेड ऑफ डिपार्टमेंट से की किन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिससे तंग आकर श्रमिकों ने आज सोमवार को मुख्य गेट पर काम छोड़कर विरोध प्रदर्शन किया. श्रमिकों ने मांग की जब तक फोन लेकर नहीं जाने दिया जाएगा हम काम नहीं करेंगे.
एनटीपीसी के जन सम्पर्क अधिकारी आज्ञा शरण सिंह ने बताया कि सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से प्लांट के संवेदनशील इलाके में एंड्रॉयड फोन ले जाने से रोका गया है. भारत सरकार द्वारा यह गाइडलाइन जारी की गई है. यहां तक की स्वच्छ भारत अभियान के तहत यहां पान पुड़िया दिखाना माना है. श्रमिकों द्वारा लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से गलत है.