नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के शपथ समारोह को एनडीए की ताकत समारोह के तौर पर भी बनाने की योजना बना रही है. यही वजह है कि, इस कार्यक्रम में एनडीए के सभी नेताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास पार्टी कर रही है ताकि गठबंधन के छोटे से बड़े घटक दल समारोह के मंच पर दिखाई दें. वैसे भाजपा की बुधवार को दिल्ली के पर्यवेक्षकों और राज्य के प्रदेश अध्यक्ष के साथ बड़ी बैठक हुई.
दिल्ली में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को शाम के समय हो सकता है.और रामलीला मैदान में इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. यदि कहा जाए तो दिल्ली में भाजपा ने बारात की पूरी तैयारी तो कर ली है मगर इस बारात का दूल्हा यानी की नया सीएम कौन होगा इस बात का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है.
वैसे देखा जाए तो पार्टी में ना तो कोई नेता मुख्यमंत्री के नाम पर बात करने को राजी हैं और ना ही ज्यादातर नेताओं को अंदेशा है कि अगला मुख्यमंत्री आलाकमान किसे बनाने जा रही है. बहरहाल सीएम की रेस में 8 नाम दौड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे जिनका नाम है उनमें परवेश वर्मा भी शामिल हैं. उनके अलावा दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय का नाम की भी चर्चा है.
परवेश वर्मा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया था. इसके अलावा वर्मा जाट कम्युनिटी से आते हैं. ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में माना जा रहा है. वहीं इसके अलावा सीएम की रेस में पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय का नाम भी शामिल है.
बहरहाल रामलीला मैदान में नए सीएम के भव्य शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी गई है. पूर्व में सोमवार यानि 17 फरवरी को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी मगर पार्टी ने उसे टाल दिया और दो पर्यवेक्षक तरुण चुग और विनोद तावड़े को नियुक्त किया गया. उनका काम अगले सीएम पर चर्चा कर आम सहमति बनाने का रहेगा ताकि शपथ और सरकार गठन के बाद किसी तरह का मनमुटाव ना देखना पड़े.
सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण 20 फरवरी को शाम साढ़े चार बजे हो सकता है. समारोह के लिए रामलीला मैदान पर तैयारियां तेजी से हो रही है. कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे. बीजेपी इस कार्यक्रम में एनडीए के सभी नेताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रही है.
इसके अलावा दिल्ली में शपथ ग्रहण समारोह से पहले एनडीए गठबंधन शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों की भी एक बैठक होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक बैठक के बाद सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दिल्ली के नए मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. पार्टी के विश्वस्त सूत्रों किसने तो अब भाजपा विधायक दल की बैठक बुधवार को होगी.
शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सहित सभी साथियों को एक मंच पर पार्टी लाना चाहती है ताकि दिल्ली से बिहार चुनाव की भी हुंकार भरते हुए समा बांधा जा सके. वह इसलिए क्योंकि पार्टी का अगला टारगेट बिहार होने वाला है. बिहार बीजेपी के लिए यह सब कुछ आसान नहीं होने वाला है.
ऐसे में पार्टी सभी साथियों को साथ लेकर विपक्ष को संदेश देना चाहती है. शपथग्रहण समारोह के लिए किसानों को भी आमंत्रित किया गया है. लाडली बहनाएं भी समारोह में शामिल होंगी और विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से तैनात तमाम कार्यकर्ताओं को भी बुलाया गया है. अनुमान है कि बीस तारीख को इस भव्य समारोह में पंद्रह से बीस हजार से 30 हजार तक लोग शामिल हो सकते हैं.
फरवरी के महीने में संपन्न 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 48 सीट हासिल की, जबकि आप ने 22 सीट जीती. पांच फरवरी को मतदान के बाद आठ फरवरी को चुनाव के रिजल्ट घोषित किए गए बावजूद दिल्ली में मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर अभी तक निर्णय नहीं लिया जा सका है, जिससे विपक्ष को भी इस पर बोलने का मौका मिल गया है.
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