सोनभद्र: जिले के राजस्व विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज के वार्ड नंबर 12 के रहने वाले लालता प्रसाद अपने बेटे की स्कॉलरशिप के लिए आय प्रमाण-पत्र बनवाना चाह रहे थे, इसके लिए उन्होंने फार्म भरा, लेकिन जब उनको आय प्रमाण-पत्र बनकर मिला तो उनके होश उड़ गए. दरअसल, विभाग की लापरवाही की वजह से उनकी वार्षिक आय मात्र 48 रुपये दिखाई गई. वहीं आय प्रमाण-पत्र मिलने के बाद से ही वह दर-दर भटक रहे हैं, जिससे उनका सही आय प्रमाण-पत्र बन जाए.
जिले में राबर्टसगंज तहसील के माध्यम से जारी एक आय प्रमाण-पत्र इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, सब्जी की दुकान लगाने वाले लालता प्रसाद जोकि राबर्टसगंज जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 12 के रहने वाले हैं. उन्होंने अपने बेटे के स्कॉलरशिप के लिए आय प्रमाण-पत्र का आवेदन किया हुआ था. उनका कहना है कि वह 7000 प्रति माह के हिसाब से आय प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन राजस्व विभाग और तहसील कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से उनको मात्र 48 रुपये प्रतिवर्ष सालाना आय के हिसाब से आय प्रमाण-पत्र बनाकर दे दिया गया.
ये भी पढ़ें- सोनभद्र: निजी कॉलेज के शिक्षक पर लगा छेड़छाड़ का आरोप, परिजनों ने किया हंगामा
वहीं आय प्रमाण-पत्र मिलने के बाद से ही वह परेशान है और प्रमाण-पत्र सही कराने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. इस संबंध में तहसील के ज्यादातर कर्मचारी कुछ बोलने से मना कर रहे हैं. लालता प्रसाद का कहना है कि अब देर हो जाएगी तो मेरे बेटे को स्कॉलरशिप से भी वंचित रहना पड़ेगा. वहीं इस संबंध में सदर उप जिलाधिकारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच कराई जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.