शामली : पुलिस में भर्ती होने वाले जवानों को समाज की सुरक्षा करने और मुश्किलों में फंसे लोगों की ढाल बनने की शपथ दिलाई जाती है. कर्तव्यनिष्ठा से प्रेरित कई पुलिसकर्मी जनता को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान पर भी खेल जाते हैं. ऐसा ही नजारा शामली में भी देखने को मिला, जहां पर एक पुलिसकर्मी ने नहर में छलांग लगाकर डूब रहे एक युवक को जीवनदान दिया.
दरअसल, शामली शहर के कैराना रोड पर पूर्वी यमुना नहर के पुल के पास एसपी का कैंप कार्यालय है. यहां पर यमुना नहर के पुल पर एक युवक ने आत्महत्या की नीयत से गहरे पानी में छलांग लगा दी थी. एक बाइक सवार व्यक्ति ने फौरन एसपी कैंप कार्यालय पर पहुंचकर वहां एसपी की सुरक्षा में तैनात हेडकांस्टेबल मोहित कुमार को मामले की जानकार दी. हेडकांस्टेबल फौरन समय गवाएं बिना नहर पर पहुंचा. उसने गहरे पानी में छलांग लगाते हुए अंतिम क्षणों में लगभग पूरी तरह से डूब चुके युवक को पानी से बाहर निकाल लिया. इस दौरान कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने पूरे मामले को मोबाइल फोन के कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया.
हेडकांस्टेबेल मोहित कुमार ने बताया कि युवक को पानी से बाहर निकालने के बाद उन्होंने सबसे पहले पुलिस ट्रेनिंग में सिखाए अनुसार प्राथमिक उपचार के रूप में युवक के पेट में भरे पानी को बाहर निकाला. इसके बाद उन्होंने पीआरवी को सूचना देकर युवक को अस्पताल भिजवाया. इसके चलते समय रहते युवक की जान बच गई. हेडकांस्टेबल की बहादुरी के बारे में अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा एसपी शामली सुकीर्ति माधव को सूचित किया गया. जिस पर उन्होंने हेडकांस्टेबल मोहित कुमार की प्रशंसा करते हुए उसे सम्मानित भी किया.
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मानसिक बीमार बताया जा रहा युवक
एसपी सुकीर्ति माधव ने बताया कि उपचार के बाद पानी से निकाले गए युवक की हालत सामान्य है. उसकी पहचान शामली के थानाभवन क्षेत्र के गांव हरड़ निवासी मीर हसन के रूप में हुई है. परिजनों ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है. एसपी ने बताया कि हेडकांस्टेबल की बहादुरी, मानवीय कार्य और क्विक रेस्पोंस के चलते उन्हें सम्मानित किया गया है. एसपी ने बताया कि हेडकांस्टेबल का नाम उच्च स्तर पर भी अवार्ड के लिए भेजा जाएगा.