सहारनपुर: जहां विश्व सहित पूरा देश कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ रहा है तो वहीं कोरोना योद्धा ( पुलिस, डॉक्टरों और सफाईकर्मी) जान की परवाह किए बिना कोरोना पीड़ितों को बचाने में जुटे हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व इन योद्धाओं पर पथराव कर रह समाज को शर्मशार कर रहे हैं.
असामाजिक तत्वों के इस कृत्य से पूरे देश में गुस्से का माहौल है. वहीं सरहानपुर जिले में देवबंदी उलेमा भी इससे नाराज हैं. उन्होंने इस घटना की खुले शब्दों में निंदा की और कहा कि जिस तरह से इंदौर में डॉक्टरों पर हमला और मुजफ्फरनगर में पुलिस पर पथराव किया गया, यह बहुत ही निंदनीय है. इसकी हम कठोर शब्दों में निंदा करते हैं.
देवबंदी उलेमा कारी इसहाक गौरा ने कहा कि हम लोगों को समझना चाहिए कि यह कोरना वायरस बहुत ही खतरनाक बीमारी है. अगर डॉक्टर अपनी जान पर खेलकर लोगों के इलाज के लिए आगे बढ़ रहे हैं और पुलिस-प्रशासन भी हमारे लिए सड़कों पर घूम रहा है तो वह भी इंसान हैं. ऐसे में पुलिस और डॉक्टरों के साथ जो बर्बरता की गई, उसकी हम निंदा करते हैं. बता दें कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाने और मस्जिदों में नमाज पर पाबंदी के लिए दारुल उलूम पहले ही फतवा जारी कर चुका है.
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हम मुसलमानों से अपील करते हैं कि इस समय घबराएं नहीं. अगर किसी को कोरोना हो भी गया तो वह ठीक हो सकता है. इसके लिए हिम्मत रखें और कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ें.
-कारी इसहाक गौरा, देवबंदी उलेमा