सहारनपुर: अयोध्या मामले में आने वाले फैसले पर हिन्दू-मुस्लिम की ही नहीं पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई है. फैसले से पहले जहां प्रशासन लॉ एंड आर्डर बनाये रखने के लिए मीटिंग कर रहा है. वहीं सभी धर्मों के लोग आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करने को कह रहे हैं.
जिले से बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने न सिर्फ बसपा का पक्ष रखा, बल्कि देश की सर्वोच्च अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए शांति बनाए रखने की अपील की है. बसपा सांसद ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि पिछली बार जब इलाहाबाद हाईकोर्ट से फैसला आया था. उस दौरान बसपा सरकार ने लॉ एंड आर्डर बिगड़ने नहीं दिया था.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर करना होगा अमल
ईटीवी भारत से बातचीत में बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या प्रकरण में जो भी फैसला देगा, वहीं फैसला सबके लिए कबूल होगा, क्योंकि यह हमारे सुप्रीम कोर्ट का फैसला है जो हमारे देश के अदालत की आखिरी मंजिल है. फैसला किसके हक में आएगा और किसके खिलाफ आएगा यह अलग बात है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले का एतराम करना, उस पर अमल करना हम लोगों का फर्ज है. हम लोग इस फैसले को दिल से कुबूल करें, इस पर कोई रिएक्शन न दें. इसी में हम सबके साथ देश की भलाई है.
देवबंदी उलेमाओं ने भी शांति बनाए रखने की अपील की
ईटीवी भारत के सवाल पर उन्होंने बताया कि दारुल उलूम देवबंद के हजरात उलेमाओं को मुबारकबाद पेश करता हूं. उलेमाओं ने तीन दिन पहले ही दारुल उलूम समेत सभी मदरसों में शांति बनाए रखने की अपील कर चुके हैं. उम्मीद करते हैं कि जो पैगाम दारुल उलूम देवबंद की तरफ से दिया गया है. उसमें यह कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला दे, उसको हम कबूल करेंगे. देवबंद के पैगाम पर मुस्लिम समाज से जुड़े लोग इस पर अमल करेंगे और दूसरे समाज के लोग भी उससे प्रेरणा लेने का काम करेंगे.
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पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन करती आ रही है बसपा
बसपा सांसद के तौर पर उन्होंने कहा कि बसपा पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन करती आ रही है. इस बार भी बसपा देश की सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है. पिछली बार जब हाईकोर्ट ने अयोध्या मसले पर फैसला दिया था. उस समय यूपी में बसपा की सरकार थी और हमने पुख्ता इंतजाम किए थे. उम्मीद करते हैं कि मौजूदा जो हकूमत हैं वह भी इस पर अमल करेंगे. उस सबक से सीख लेने का काम करेंगे.