रायबरेली: जिले में महिला जिला अस्पताल अपनी कारगुजारियों को लेकर लगातार सुर्खियों में बना रहता है. शनिवार को एक बार फिर अस्पताल में उस समय हंगामा हो गया जब बिहार के प्रवासी श्रमिक की गर्भवती पत्नी की इलाज के आभाव में मौत हो गई. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया. फिलहाल परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और शव को लेकर चले गए.
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जानकारी के मुताबिक बिहार के नालंदा जिले के कुछ श्रमिक रायबरेली के जगतपुर क्षेत्र के एक ईंट भट्ठे पर ईंट पाथने का काम करते हैं. इन्हीं में से लक्ष्मण नाम के एक श्रमिक की पत्नी गर्भवती थी. प्रसव पीड़ा होने पर वह अपने साथियों के साथ उसे लेकर जगतपुर सीएचसी पहुंचा, लेकिन हालत गंभीर देखकर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
सभी लोग उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन अस्पताल में कई घंटे तक प्रसूता को एडमिट नहीं किया गया और उसके इलाज में लापरवाही बरती गई. देर शाम उसे लखनऊ के लिये रेफर कर दिया गया. परिजनों ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी थी और परिजनों से कुछ कागजातों पर जबरन हस्ताक्षर कराए जा रहे थे. प्रसूता की मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. जिसके बाद मृतक महिला के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और शव को लेकर चले गए.