रायबरेलीः जिले के डीह थाना क्षेत्र के रोखा गांव निवासी अबरार का पुत्र 14 सितंबर को लापता हो गया था. जिसकी तहरीर पिता ने थाने में दी थी. लापता युवक का 15 सितंबर की रात शव कचौआ तालाब में जलकुंभी के नीचे मिला था. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो शक की सुई मृतक के मौसेरे भाई की ओर घूमी. जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो मृतक के खाते में मौजूद लाखों रुपयों को हड़पने के लिए आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर उसे मौत की नींद सुला दिया. साथ ही शव को तालाब में फेंककर निश्चिंत हो गए, लेकिन पुलिस की कार्रवाई के दौरान दोनों आरोपी आलाकत्ल व लाखों की नगदी के साथ पकड़े गए.
बताते चलें कि जिले के डीह थाना क्षेत्र के रोखा निवासी अबरार का पुत्र फरमान कई सालों से सऊदी अरब में काम करता था और इस बीच घर आया था. 14 सितंबर को वो घर से बाइक खरीदने के लिए अपने मौसेरे भाई अरबाज के साथ घर से निकला था, लेकिन वहां पैसे कम पड़ जाने पर अपना एटीएम कार्ड व पासवर्ड बताकर अरबाज को पैसे लेने भेजा. जब अरबाज ने उसके खाते में 20 लाख रुपये देखे तो उसका मन डोल गया और उसने उन्हें हड़पने का मन बना लिया.
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपने साथी कल्पनाथ के साथ मिलकर उसने शाम को फरमान को बुलाया और उसे नशे में कर उसकी डंडे से जमकर पिटाई कर मौत के घाट उतार दिया. साथ ही उसके शव को कचौआ तालाब में फेंक दिया. जब रात में फरमान घर नहीं लौटा तो परिजनों ने थाने में तहरीर दी. पुलिस के तलाश करने पर उसका शव तालाब में जलकुंभी के नीचे से मिला. पड़ताल करने पर शक की सुई अरबाज की तरफ घूमी और जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने उसके साथी कल्पनाथ को भी गिरफ्तार कर लिया और दोनों की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त डंडे के साथ ही दोनों के पास से फरमान के खाते से निकाले गए एक लाख अठहत्तर हजार रुपये व मृतक का एटीएम व पासपोर्ट बरामद कर लिया.