रायबरेलीः जनपद में गरीबो को बांटने के लिए आया 450 कुंतल गेहूं और चावल जिम्मेदार अधिकारी डकार गए. इस मामले में अप्रैल माह से चल रही जांच के बाद तत्कालीन जिला प्रबंधक, गोदाम प्रभारी सहित 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई जिलाधिकारी के आदेश पर की गई है.
बता दें कि मामला रायबरेली जिले की महाराजगंज तहसील (Maharajganj Tehsil) स्थित खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम के गोदाम से जुड़ा है. यहां, अप्रैल माह से गोदाम प्रभारी गोदाम में ताला लगाकर फरार है. गोदाम में ताला लगे होने का मामला संज्ञान में आने पर जिला प्रबंधक अधिकारी ने एक निजी और एक सरकारी गोदाम का ताला तुड़वाकर जांच की. जांच के दौरान खाद्यान्न की जांच में सैकड़ों कुंतल अनाज कम था. मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने पर इसकी जांच बैठा दी गई. दो दिन पहले राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम व बाल पुष्टाहार, मध्यान्ह भोजन आदि योजनाओं के तहत दिए जाने वाले सरकारी खाद्यान्न घोटाले की जांच पूरी हो गई.
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जांच के दौरान खाद्यान्न सत्यापन में दो सौ कुंतल से अधिक गेहूं और ढाई सौ कुंतल से अधिक चावल कम पाया गया. जिसके बाद जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव (DM Mala Srivastava) ने मंगलवार की शाम गोदाम प्रभारी राम सिंह व जिला प्रभारी पवन चतुर्वेदी के बाद गोदाम का चार्ज लेने वाले प्रदीप कुमार व तत्कालीन जिला प्रबधंक विनोद कुमार तथा वर्तमान मे तैनात गोदाम प्रभारी यज्ञनाथ त्रिपाठी के विरूद्ध कोतवाली महाराजगंज में आवश्यक वस्तु अधिनियम तथा लोक सेवक होते हुए गबन का अपराध करने संबधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है.
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