रायबरेली: जिले में सोनोलॉजिस्ट की तैनाती न होने के कारण जिला महिला चिकित्सालय में मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिलना बंद हो गई है. इसका असर यह है कि सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन प्रसूताओं को निजी क्लीनिक से अल्ट्रासाउंड कराकर जिला अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है. हालांकि जिला पुरुष चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड की सुविधा सुचारू रूप से चालू होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन महिलाओं को यह सुविधा नहीं मिल रही है. जिले का चिकित्सा और स्वास्थ्य महकमा महीनों बीत जाने के बावजूद अल्ट्रासाउंड सुविधा शुरू नहीं करा सका है.
मरीजों को नहीं मिल रही अल्ट्रासाउंड की सुविधा
- जनपद के भदोखर थाना क्षेत्र निवासी राकेश सिंह अपनी बहन सुमन को दिखाने रायबरेली चिकित्सालय पहुंचे थे.
- चिकित्सक द्वारा अल्ट्रासाउंड कराए जाने की हिदायत दी गई थी.
- जिला चिकित्सालय में डॉक्टर न होने के कारण विगत कई महीनों से यह सुविधा ठप है.
- राकेश को निजी क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड कराने का रुख करना पड़ा.
- जिला चिकित्सालय में चंद पैसों में होने वाले इस टेस्ट का बाहर कई गुना ज्यादा रुपये चुका कर टेस्ट संभव हुआ.
- वहीं दूसरी और पत्नी का इलाज कराने जिला महिला चिकित्सालय पहुंचे विश्राम यादव कहते हैं कि मरीज को लेकर अस्पताल आए थे.
- अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नदारद है.
- डॉक्टर न होने कारण महिला चिकित्सक ने बाहर से टेस्ट करा कर रिपोर्ट दिखाने की बात कही है.
कुछ महीनों से सोनोलॉजिस्ट न होने की वजह से अल्ट्रासाउंड सुविधा का लाभ महिला चिकित्सालय में मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. इस संबंध में शासन को भी जरूरी पत्राचार करके सूचित कर दिया गया है. कई बार शासन के स्तर से और स्थानीय स्तर दोनों ही तरफ से भर्ती किए जाने की बात कही गई, लेकिन नियुक्ति नहीं की जा सकी. हालांकि प्रयास जारी है, जल्द से जल्द तैनाती की जाएगी.
-डॉ. शरद कुमार वर्मा, प्रभारी सीएमओ
इसे भी पढ़ें- डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही, नसबंदी के बाद फर्श पर लेटाई गईं महिलाएं