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रायबरेली एम्स में जून 2020 तक शुरू होगी आईपीडी सुविधा

रायबरेली एम्स में जून 2020 तक आईपीडी सुविधा मरीजों को मिलनी शुरू हो जायेगी. इसके लिए रायबरेली एम्स प्रशासन लगातार इस पर काम कर रहा है.

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रायबरेली एम्स में जून 2020 तक शुरू होगी आईपीडी सुविधा.
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Published : Jan 18, 2020, 11:58 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: जनपद में बने एम्स में इस वर्ष जून माह से मरीजों को आईपीडी सुविधा देने की शुरुआत करेगा. इसके साथ ही अगस्त माह से शुरुआत होने वाले मेडिकल कॉलेज के दूसरे बैच में छात्रों की संख्या में भी 50 से इजाफा करते हुए 100 किया जा रहा है. इसके अलावा एम्स रायबरेली प्रोजेक्ट के लिए बाकी बचे 53 एकड़ की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया भी इसी साल फरवरी माह तक सम्पन्न होने का दावा प्रशासन कर रहा है.

जानकारी देते अपर जिलाधिकारी.
रायबरेली एम्स में मिलेगी मरीजों को सुविधाएंरायबरेली एम्स में आईपीडी सर्विसेज की तैयारी को लेकर एम्स प्रशासन द्वारा समानांतर तरीके से कार्य किया जा रहा है. एक तरफ चिकित्सालय भवन की बिल्डिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ सभी जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट की खरीदारी और इंस्टालेशन की कवायद भी शुरु की दी गई है. साथ ही साथ फैकल्टी व स्टाफ के रिक्रूटमेंट भी जारी हैं. संभवतः इसी साल जून माह तक इंडोर हॉस्पिटल की शुरुआत की जा सकेगी.मेडिकल कॉलेज के दूसरे बैच में छात्रों की संख्या में इजाफाबीते वर्ष 2019 में रायबरेली एम्स में मेडिकल कक्षाओं की शुरुआत हुई थी. 50 छात्रों की सीटों के साथ पहले बैच की मेडिकल की पढ़ाई की शुरुआत हुई थी. अब 2020 में अगस्त माह से शुरु होने वाले दूसरे बैच को लेकर सीटों में इजाफा किया जा रहा है. अगस्त माह से शुरु होने वाले दूसरे बैच में छात्रों की संख्या को 100 किया जाएगा. यूपीए शासनकाल में मिली स्वीकृति

एम्स रायबरेली की स्वीकृति यूपीए शासनकाल के दौरान वर्ष 2007 में ही दी जा चुकी थी. वर्षों बाद 2012 में 150 में से करीब 97 एकड़ भूमि एम्स के लिए अधिग्रहित हो पाई थी. उसके बाद 2013 में सोनिया गांधी ने इसका शिलान्यास किया था. वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद कुछ साल प्रोजेक्ट थमा रहा, फिर अगस्त 2018 से ओपीडी सेवाओं की शुरुआत हुई थी. एम्स प्रशासन द्वारा अब दावा किया जा रहा है कि जून 2020 तक एम्स रायबरेली अपनी सभी मुख्य सुविधाओं समेत कार्य करना आरंभ कर देगा.


इसे भी पढ़ें:-CAA: 21 जनवरी को राजधानी में अमित शाह करेंगे बड़ी रैली, तैयारियों में जुटी भाजपा

अगले एक माह के अंदर एम्स के बाकी बचे 53 एकड़ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के संपन्न करा दिया जाएगा. भूमि अधिग्रहण के संबंध में करीब 42 करोड़ का प्रस्ताव स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाकर शासन को भेजा जा चुका है. धन आवंटन होते ही जमीन अधिग्रहण करके एम्स को सौंपी जा सकेगी.
राम अभिलाष,अपर जिलाधिकारी

रायबरेली: जनपद में बने एम्स में इस वर्ष जून माह से मरीजों को आईपीडी सुविधा देने की शुरुआत करेगा. इसके साथ ही अगस्त माह से शुरुआत होने वाले मेडिकल कॉलेज के दूसरे बैच में छात्रों की संख्या में भी 50 से इजाफा करते हुए 100 किया जा रहा है. इसके अलावा एम्स रायबरेली प्रोजेक्ट के लिए बाकी बचे 53 एकड़ की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया भी इसी साल फरवरी माह तक सम्पन्न होने का दावा प्रशासन कर रहा है.

जानकारी देते अपर जिलाधिकारी.
रायबरेली एम्स में मिलेगी मरीजों को सुविधाएंरायबरेली एम्स में आईपीडी सर्विसेज की तैयारी को लेकर एम्स प्रशासन द्वारा समानांतर तरीके से कार्य किया जा रहा है. एक तरफ चिकित्सालय भवन की बिल्डिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ सभी जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट की खरीदारी और इंस्टालेशन की कवायद भी शुरु की दी गई है. साथ ही साथ फैकल्टी व स्टाफ के रिक्रूटमेंट भी जारी हैं. संभवतः इसी साल जून माह तक इंडोर हॉस्पिटल की शुरुआत की जा सकेगी.मेडिकल कॉलेज के दूसरे बैच में छात्रों की संख्या में इजाफाबीते वर्ष 2019 में रायबरेली एम्स में मेडिकल कक्षाओं की शुरुआत हुई थी. 50 छात्रों की सीटों के साथ पहले बैच की मेडिकल की पढ़ाई की शुरुआत हुई थी. अब 2020 में अगस्त माह से शुरु होने वाले दूसरे बैच को लेकर सीटों में इजाफा किया जा रहा है. अगस्त माह से शुरु होने वाले दूसरे बैच में छात्रों की संख्या को 100 किया जाएगा. यूपीए शासनकाल में मिली स्वीकृति

एम्स रायबरेली की स्वीकृति यूपीए शासनकाल के दौरान वर्ष 2007 में ही दी जा चुकी थी. वर्षों बाद 2012 में 150 में से करीब 97 एकड़ भूमि एम्स के लिए अधिग्रहित हो पाई थी. उसके बाद 2013 में सोनिया गांधी ने इसका शिलान्यास किया था. वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद कुछ साल प्रोजेक्ट थमा रहा, फिर अगस्त 2018 से ओपीडी सेवाओं की शुरुआत हुई थी. एम्स प्रशासन द्वारा अब दावा किया जा रहा है कि जून 2020 तक एम्स रायबरेली अपनी सभी मुख्य सुविधाओं समेत कार्य करना आरंभ कर देगा.


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अगले एक माह के अंदर एम्स के बाकी बचे 53 एकड़ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के संपन्न करा दिया जाएगा. भूमि अधिग्रहण के संबंध में करीब 42 करोड़ का प्रस्ताव स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाकर शासन को भेजा जा चुका है. धन आवंटन होते ही जमीन अधिग्रहण करके एम्स को सौंपी जा सकेगी.
राम अभिलाष,अपर जिलाधिकारी

Intro:रायबरेली:2020 में परवान चढ़ेगा एम्स रायबरेली,आईपीडी सुविधा की शुरुआत के साथ दूसरे बैच में मेडिकल छात्रों की संख्या पंहुचेगी 100

18 जनवरी 2020 - रायबरेली

एक लंबे इंतज़ार के बाद साल 2020 से एम्स अपनी ख्याति के अनुरुप मरीजों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने में कामयाब होता दिख रहा है।इस वर्ष जून माह से एम्स में आईपीडी सुविधाओं की शुरुआत की उम्मीद जताई जा रही है।साथ ही अगस्त माह से शुरुआत होने वाले मेडिकल कॉलेज के दूसरे बैच में छात्रों की संख्या में भी 50 से इजाफा करते हुए 100 किया जा रहा है।इसके अलावा एम्स रायबरेली प्रोजेक्ट के लिए बाकी बचे 53 एकड़ की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया भी इसी साल फरवरी माह तक सम्पन्न होने का दावा प्रशासन कर रहा है।कुल मिलाकर कह सकते है कि साल 2020 से एम्स रायबरेली सही मायनों में अपनी पहचान के अनुरुप अपनी कार्यक्षमता को गति दे सकेगा।





Body:रायबरेली एम्स के उपनिदेशक प्रशासन एसके सिंह में ईटीवी भारत को बताया कि आईपीडी सर्विसज की तैयारी को लेकर एम्स प्रशासन द्वारा समानांतर तरीके से कार्य किया जा रहा है। एक तरफ बिल्डिंग चिकित्सालय भवन को अंतिम रूप दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ सभी जरुरी मेडिकल इक्विपमेंट की खरीदारी व इंस्टालेशन की कवायद भी शुरु की दी गई है।साथ ही साथ फैकल्टी व स्टाफ के रिक्रूटमेंट भी जारी है।संभवतः इसी साल जून माह तक इंडोर हॉस्पिटल की शुरुआत की जा सकेगी।

मेडिकल कॉलेज के दूसरे बैच में छात्र संख्या होगी 100 -

बीते वर्ष 2019 में रायबरेली एम्स में मेडिकल क्लासेस की शुरुआत हुई थी।50 छात्रों की सीटों के साथ पहले बैच की मेडिकल की पढ़ाई की शुरुआत हुई थी अब 2020 में अगस्त माह से शुरु होने वाले दूसरे बैच को लेकर सीटों में इजाफा किया जा रहा है।उपनिदेशक एसके सिंह दावा करते है कि अगस्त माह से शुरु होने वाले 2nd बैच में स्टूडेंट्स की संख्या को 100 किया जाएगा।साथ ही उम्मीद जताया कि 2nd बैच की शुरुआत से पहले एम्स में चिकित्सकीय सुविधाओं को नया आयाम दिया जा सकेगा।

वही एम्स रायबरेली के लिए बाकी बचे 53 एकड़ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को साकार रुप देने में अहम भूमिका निभाने वाले अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष से ETV भारत ने इस बाबत जानकारी मांगी तो उनका कहना था कि अगले एक माह के अंदर एम्स के बाकी बचे 53 एकड़ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के संपन्न करा दिया जाएगा।भूमि अधिग्रहण के संबंध में करीब 42 करोड़
का प्रस्ताव स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाकर शासन को भेजा जा चुका है,धन आवंटन होते ही जमीन अधिग्रहण करके एम्स को सौंपी जा सकेगी।





Conclusion:उल्लेखनीय है कि एम्स रायबरेली की स्वीकृति यूपीए वन शासनकाल के दौरान वर्ष 2007 में ही दी जा चुकी थी।वर्षों बाद 2012 में 150 में से करीब 97 एकड़ भूमि एम्स के लिए अधिग्रहित हो पाई थी,उसके बाद 2013 में सोनिया गांधी ने इसका शिलान्यास किया था।वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद कुछ साल प्रोजेक्ट थमा रहा फिर अगस्त 2018 से ओपीडी सेवाओं की शुरुआत हुई थी।एम्स प्रशासन द्वारा अब दावा किया जा रहा है कि जून 2020 तक एम्स रायबरेली अपनी सभी मुख्य सुविधाओं समेत कार्य करना आरंभ कर देगा।




विज़ुअल : संबंधित विज़ुअल

बाइट 1 : एस के सिंह - डिप्टी डायरेक्टर - एम्स रायबरेली,

बाइट 2 : राम अभिलाष - अपर जिलाधिकारी - रायबरेली


प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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