रायबरेली: महाराजगंज कोतवाली के अमावा ब्लाक के नरई गांव में बीते दिनों मोनू पासी नाम के युवक की हत्या हुई थी. महाराजगंज पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने का दावा करते हुए इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन पीड़ित परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है. पुलिस ने पूरी घटना की जड़ में प्रेम प्रसंग होने की बात कही थी, लेकिन मृतक के परिजन ऐसे किसी बात से इनकार कर रहे हैं. जिसके बाद बुधवार को मृतक के परिजन ग्रामीण के साथ पुलिस कप्तान के ऑफिस पहुंचे. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता और कार्यकर्ता भी परिजनों के साथ मौजूद रहे.
क्या है पूरा मामला
मृतक के बड़े भाई दिनेश ने बताया कि उसका भाई मोनू समय पर काम से लौटकर घर वापस आ जाता था. घटना के दिन भी वह उस समय तक घर आ चुका था और घर के नजदीक ही नहर के पास बैठा था. तभी उसे संदीप मौर्य नाम का शख्स किसी बहाने से अपने साथ बुलाकर ले गया. संदीप ने गांव से करीब सात-आठ सौ मीटर दूर जाकर वारदात को अंजाम दिया. थोड़ी देर बाद संदीप की मां मृतक के घर परिवारवालों से खुद के बेटे के लड़ाई के विषय में जानकारी लेने पहुंची. तब मृतक के घर वालों को मामला कुछ संदिग्ध दिखाई दिया. हालांकि संदीप से जब मृतक के बारे में पूछा गया तो उसने कुछ भी पता होने से मना कर दिया.
पुलिस की थ्योरी पर परिवार को भरोसा नहीं
दिनेश का कहना है कि पूरी घटना में संदीप की संलिप्तता है, लेकिन महाराजगंज पुलिस केस को दूसरा मोड़ दे रही है. इससे असली दोषी के बजाय निर्दोषों को फंसाया जा रहा है. दिनेश का कहना है कि पुलिस मामले की निष्पक्षता से जांच करे, तभी हमें न्याय मिलेगा.
ग्रामीणों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि बीते दिनों अमावा ब्लॉक के नरई गांव के हीरालाल पासी के पुत्र मोनू की हत्या कर दी गई थी. महराजगंज पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने की बात कही थी. पीड़ित परिवार पुलिस की थ्योरी से असंतुष्ट है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में ग्रामीण एसपी ऑफिस पहुंचे हैं. ग्रामीण मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग कर रहे हैं. परिवार ने अपर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी बात रखी है. पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा मिला है.