रायबरेलीः गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने की मांग लेकर डलमऊ के गंगा तट पर कई दिनों तक विख्यात पशु सेवी व पर्यावरणविद श्याम साधु ने अनशन किया था. श्याम साधु ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर सरकार पर गंगा सफाई को लेकर लापरवाही किए जाने की बात कही. श्याम साधु प्रख्यात पशु सेवी व पर्यावरणविद है. इससे पहले सरकार के शासनकाल में गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित किए जाने को लेकर श्याम साधु द्वारा 49 दिनों का अनशन भी किया था.
श्याम साधु केंद्र व सत्तारुढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, गंगा को लेकर अब तक सरकार के किसी पहल के सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिले हैं. नमामि गंगे व निर्मल गंगा के नाम से शुरु हुई परियोजनाओं के उम्मीदों के अनुरुप परिणाम नहीं आए है. श्याम साधुन आगे कहते है कि गंगा से जुड़े आंदोलनों में सक्रिय लोगों से रायशुमारी न लेकर सरकार बड़ी भूल कर रही है. उसका नतीजा है कि परिणाम सामने नहीं आ रहा हैं.
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्याम साधु कहते हैं, कि भारतीय संस्कृति के पर्व अपने साथ वैज्ञानिकता का भी समावेश करते हैं. इसके साथ गंगा सफाई के लिए जनमानस को जागरूक होने की अपील करते हैं. गंगा को भारतीय संस्कृति से जोड़ते हुए श्याम साधु कहते हैं कि मोक्षदायिनी गंगा सनातन संस्कृति में रची बसी है. यही कारण है कि खुद उनके द्वारा गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने के लिए पहल की गई थी.