प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ भवन पर छात्रसंघ बहाली की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन सोमवार को 223वें दिन भी जारी रहा. संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में चल रहे इस आंदोलन में छात्रसंघ बहाली के साथ ही शिक्षा सेवा अधिकरण का मुद्दा भी छात्र संघ पदधिकारी उठा रहे हैं.
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इलाहाबाद हाईकोर्ट तक किया मार्च पास्ट
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा सेवा अधिकरण जैसे कानून को लागू करने के विरोध में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद ने अनशन स्थल से लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट तक मार्च पास्ट कियाा. इस मौके पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डॉक्टर रिचा सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने असंवैधानिक तरीके से शिक्षा सेवा अधिकरण बिल विधानसभा और विधान परिषद में पास किया है. पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष आदिल हमजा ने कहा कि यह हाईकोर्ट बार के अधिवक्ताओं का अपमान है. सरकार को इसे वापस लेना होगा.
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बिल न्यायपालिका के क्षेत्र में हस्तक्षेप
छात्र नेताओं ने कहा कि यह बिल न्यायपालिका के क्षेत्र में हस्तक्षेप है. इसके साथ ही सामान्य जनमानस, शिक्षकों, व्यापारियों, छात्रों आदि के लिए न्याय का दरवाजा भी बंद करता है. इस मौके पर छात्र नेता राहुल पटेल, जितेंद्र धनराज, दुर्गेश प्रताप सिंह, मसूद अंसारी, आनंद सांसद, गोलू पासवान, सुधीर यादव आदि छात्र मौजूद रहे.