प्रयागराज: कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी के इस दौर में अनलॉक 5 की गाइडलाइन केन्द्र सरकार ने जारी कर दी है. गाइडलाइन जारी होने के बावजूद महाराष्ट्र में मठ मंदिरों को अब तक न खोले जाने से साधु-संतों में नाराजगी है. इसी क्रम में संतों की सबसे सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी इसे लेकर कड़ी नाराजगी जताई है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि यह गम्भीर चिंता का विषय है. महाराष्ट्र में मठ मंदिरों को खोलने की मांग को लेकर साधु-संतों और पुजारियों को आन्दोलन करना पड़ रहा है. अखाड़ा परिषद ने महाराष्ट्र के साधु-संतों और पुजारियों को समर्थन देते हुए महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मठ मंदिरों को जल्द खोलने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि जब देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मठ मंदिरों को खोलने की इजाजत दे दी है. यूपी में खोले गए मठ मंदिर पूरी तरह से कोरोना गाइडलाइन का पालन भी कर रहे हैं. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार मठ मंदिर को खोलने की अनुमति क्यों नहीं दे रही है.
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आखिर किस का अपमान कर रहे हैं. साधु-संतों और पुजारियों का अपमान कर रहे हैं या फिर सनातन धर्म के देवी देवताओं का अपमान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के पिता स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे हिंदूवादी नेता होने के साथ ही साधु-संतों का आदर और सम्मान भी करते थे. लेकिन ऐसा लग रहा है कि महाराष्ट्र की सरकार अहंकार में डूबी हुई है.
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि मेरा ऐसा विश्वास है कि अगर महाराष्ट्र में मठ मंदिर खुलेंगे और उनमें पूजा-अर्चना शुरू होगी तो कोरोना का भी प्रभाव निश्चित तौर पर कम होगा. महंत नरेंद्र गिरी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से जल्द मठ मंदिरों को खोलने की इजाजत दिए जाने की मांग की है.