प्रयागराजः संगीत समिति में शनिवार को पंचायती राज विभाग के सचिव और ग्राम प्रधानों के लिए विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें वित्त आयोग के डिजिटल माध्यम से भुगतान के लिए पीएफएमएस के बारे में विस्तार से चर्चा की गई.
दरअसल सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं में होने वाला व्यय अब चेक और नगद भुगतान नहीं किया जाएगा. ग्रामीण स्तर पर होने वाले कार्यों का भुगतान अब देय संस्थाओं को डिजिटल माध्यम से किया जाएगा. इसके लिए सरकार की ओर से प्रिया नाम का सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से भुगतान में आसानी होगी और खर्च होने वाले एक-एक रुपये का हिसाब आम जनमानस भी देख सकेगा.
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डिजिटल माध्यम से होने वाला वित्तीय लेनदेन 15 अगस्त से जिले में पूर्णतया लागू हो जाएगा. इसके लागू होने से वित्तीय भुगतान संबंधित होने वाली शिकायत की जाने वाली आरटीआई में कमी आएगी, क्योंकि इस माध्यम से पोर्टल पर ग्राम पंचायत निधि के एक-एक पैसे का हिसाब अंकित होगा.
पंचायती राज विभाग के सचिव और ग्राम प्रधानों के लिए रिफ्रेसमेंट कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें वित्त आयोग के डिजिटल माध्यम से भुगतान के बारे में प्रशिक्षित किया गया और सरकार की ओर से चलाई जा रही तमाम योजनाओं के बारे में चर्चा की गई. इससे अच्छे परिणाम आएंगे.
-भानु चन्द्र गोस्वामी, डीएम, प्रयागराज