प्रयागराज: जिले में 9 दिन बाद शुरू होने वाले माघ मेले को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए मेला क्षेत्र में कोविड टास्क फोर्स तैनात करने की योजना बनाई गई है. कोविड टास्क फोर्स की टीम में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पुलिस भी तैनात रहेगी. कोविड टास्क फोर्स की ड्यूटी मेला क्षेत्र के सभी एंट्री पॉइंट्स पर लगाई जाएगी, जिससे कोई भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति मेले में प्रवेश से पहले ही पकड़ में आ सके.
कोरोना के संक्रमण से मेला क्षेत्र को बचाने के लिए मेले में प्रवेश के सभी संभावित 16 प्रवेश द्वार पर कोविड टास्क फोर्स की टीम तैनात की जाएगी. आईजी केपी सिंह का कहना है कि मेले को कोरोना से बचाते हुए सम्पन्न करवाना है. यही वजह है कि मेले में आने वाले प्रत्येक कल्पवासी व श्रद्धालू की पूरी तरह से जांच-पड़ताल करने की योजना बनाई गई है.
एंट्री पॉइंट्स पर लगेगी कोविड टास्क फोर्स
14 जनवरी को मकर संक्रांति के स्नान पर्व के साथ ही माघ मेले की शुरुआत होगी. मेले को कोरोना से मुक्त रखना पुलिस प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में मेले में आने वाले प्रत्येक कल्पवासी व श्रद्धालू की जांच पड़ताल करने के लिए कोविड टास्क फोर्स की टीम बनाकर मेले में तैनात की जाएगी. मेले में प्रवेश में 16 संभावित एंट्री पॉइंट्स हैं. इन सभी प्रवेश द्वार पर कोविड टास्क फोर्स की टीम तैनात की जाएगी. ये टीमें मेले में प्रवेश में समय श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग करेंगे. मेले में भी सभी को मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन का कास ध्यान रखा जाएगा. थर्मल स्कैनिंग के दौरान किसी श्रद्धालू में कोरोना के लक्षण मिलते हैं, तो उनकी कोरोना जांच करवाने का काम भी ये टीमें करेंगी.
माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील
आईजी केपी सिंह का कहना है कि मेले में आने वाले कल्प वासियों के साथ ही प्रत्येक श्रद्धालु से अपील की गई है. मेले में आने से पहले प्रत्येक श्रद्धालू को कोरोना की जांच करवा लेनी चाहिए, क्योंकि मेले में प्रवेश के लिए कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट लाना सबसे जरूरी है. इस बार माघ मेले में प्रवेश से पहले सभी की कोरोना की RTPCR जांच रिपोर्ट चेक की जाएगी. पुलिस के साथ कोविड टास्क फोर्स की टीमें श्रद्धालुओं की कोरोना जांच रिपोर्ट चेक करेंगी.
कोरोना की RTPCR जांच की नेगेटिव रिपोर्ट लाने वाले श्रद्धालुओं को मेले में प्रवेश देने का नियम बनाया गया है. मेले में प्रवेश के लिए सिर्फ तीन दिन तक पुरानी रिपोर्ट ही मानी जायेगी. तीन दिन तक की पुरानी रिपोर्ट दिखाकर श्रद्धालू माघ मेले में प्रवेश ले सकते हैं. जिस किसी भी श्रद्धालू के पास तीन दिन से ज्यादा पुरानी रिपोर्ट होगी उसे मेले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. ऐसे श्रद्धालुओं को फिर से कोरोना की जांच करवाने के बाद निगेटिव रिपोर्ट मिलने पर मेले में प्रवेश दिया जाएगा.