लखनऊ: प्रतापगढ़ जिलाधिकारी डॉ रुपेश कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए एसडीएम विनीत उपाध्याय के धरना देने के मामले के बाद नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया है. खनन आवंटन से संबंधित एक पट्टे को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी आवास पर पत्नी समेत धरना दिया था. जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
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एसडीएम विनीत उपाध्याय का आरोप था कि उनके खिलाफ एक जांच में एडीएम एफआर ने गलत रिपोर्ट लगा दी है. इससे नाराज होकर वो डीएम डॉ रूपेश कुमार और दो एसडीएम सहित कई कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए. धरना देते ही मामला लखनऊ तक पहुंचा और ब्यूरोक्रेसी में मामला सामने आने पर हड़कंप मच गया. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर देर शाम अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक मुकुल सिंघल की तरफ से उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया.