नई दिल्ली: अपने नाम से एक शब्द प्राइवेट हटाने से बीरा 91 बीयर बनाने वाली कंपनी बी9 बेवरेजेज को सीधे तौर पर 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
क्या है मामला?
बीरा बीयर के मालिक बी9 बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में अपने नाम से 'प्राइवेट' शब्द हटाकर नाम बदलकर 'बी9 बेवरेजेज लिमिटेड' कर दिया है. यह फैसला 2026 में आईपीओ की योजना से पहले लिया गया है. नाम में किए गए इस बदलाव को अब बेचे जाने वाले सभी प्रोडक्ट पर प्रिंट करना होगा. इसलिए प्रोडक्ट के लेबल को फिर से प्रिंट करने से कंपनी की बिक्री कुछ महीनों के लिए रुक गई. नाम बदलने के कारण इन्वेंट्री बेकार या बिक्री के लायक नहीं रह गई, इसलिए कंपनी को इन्वेंट्री में 80 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा.
कंपनी का हवाला देते हुए एक इकोनॉमिक रिपोर्ट में बताया गया है कि इसके परिणामस्वरूप कंपनी को डायरेक्ट वित्तीय नुकसान हुआ और वित्त वर्ष 24 में इसके घाटे में 68 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
वित्तीय वर्ष 2023-24 में B9 बेवरेजेज को 748 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ. वर्ष के दौरान इसका घाटा इसकी कुल बिक्री 638 करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो वित्त वर्ष 23 से 22 फीसदी कम था.
B9 बेवरेजेज क्या कहता है?
नाम बदलने के कारण 4-6 महीने का साइकल था, जिसमें हमें लेबल को फिर से रजिस्ट्रेशन करना पड़ा और राज्यों में फिर से आवेदन करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप हमारे उत्पादों की मांग के बावजूद कई महीनों तक बिक्री नहीं हुई. नतीजतन वित्त वर्ष 23 में नौ मिलियन से वित्त वर्ष 24 में बिक्री घटकर 6-7 मिलियन केस रह गई.
एक दशक पहले बीरा ने बेल्जियम से हेफेवेइजेन-शैली के बेवरेजेज आयात करके शुरुआत की थी, लेकिन बाद में लागत लाभ के कारण भारत में शराब बनाना शुरू कर दिया, हालांकि बाद में इसने आधा दर्जन थर्ड-पार्टी ब्रूअरीज को भी जोड़ लिया.