हाफलोंग: असम के उमरंगशो तीन-किलो कलामती अवैध रैट-होल खनन त्रासदी में लापता हुए पांच और मजदूरों के शव बुधवार को बरामद किए गए. शव सड़ी गली अवस्था में होने के कारण पहचान नहीं हो सकी. शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है. इसी के साथ ही बचाव अभियान को रोक दिया गया.
असम में 6 जनवरी को राज्य के दीमा हसाओ जिले में स्थित अवैध कोयला खदान में पानी भरने के बाद कई मजदूर लापता हो गए थे. हादसे के बाद 11 जनवरी तक 4 शव निकाले जा चुके थे. उस समय असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार लापता श्रमिकों की कुल संख्या नौ थी. इस अभियान में नौसेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ बल जुटे थे.
Today, the dewatering of the Umrangso mines was completed to a level where retrieval operations could be launched. The mortal remains of the remaining 5 miners have been recovered and brought up from the mine shaft. The process to identify the remains has been initiated.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 19, 2025
15 जनवरी को नौसेना द्वारा वापस लौटने पर ऑपरेशन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था क्योंकि शेष 5 कोयला खनिकों का कोई सुराग नहीं मिला था. हालांकि, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ बलों ने बचाव अभियान जारी रखा, जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को पांच लापता श्रमिकों के शव बरामद किए गए.
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा, 'उमरंगसो खदान से पानी निकालने का काम उस स्तर तक पूरा हो गया है जिसके बाद खोजबीन फिर से शुरू किया जा सकता है. बचे हुए 5 मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए.
उन्हें खदान की शाफ्ट से बाहर निकाल लिया गया. अवशेषों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.' बुधवार को कोयला खदान से दो शव बरामद किए गए थे, उसके बाद दोपहर में एनडीआरएफ बलों ने तीन और शव बरामद किए. 6 जनवरी को हुए दुखद हादसे के बाद चार शव बरामद किए गए थे.
हालांकि, कोयला खदान में जमा हुए विशाल जल भंडार के कारण अन्य लोगों को बचाना संभव नहीं था. उनके मारे जाने की आशंका थी. असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि उमरंगसो कोयला खदान में 140 मिलियन लीटर पानी था, जहां दुर्घटना हुई थी. 1
6 जनवरी तक 40 मिलियन लीटर पानी निकाला जा चुका था. अनुमान है कि इस पानी को निकालने में 25 से 60 दिन लग सकते हैं. आखिरकार, 45वें दिन जल स्तर कम हुआ, जिससे पांच लापता श्रमिकों के शव बरामद हुए. कोयला खदान से बुधवार को पांच शव बरामद होने के साथ ही उमरंगसो कोयला खदान से लापता सभी नौ श्रमिक अब मृत पाए गए.