प्रतापगढ़ः जिले के कंधई थाना क्षेत्र के पिपरी खालसा गांव में एक नवजात बच्ची का शव खेत में मिलने के बाद सनसनी मच गई. कपड़े में लिपटे नवजात बच्ची के शव को देखने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी.
- कंधई थाना क्षेत्र के पिपरी खालसा गांव का पूरा मामला है.
- खेत में शव मिलने की सूचना के बाद भारी भींड़ जुट गई.
- ग्रामीण बेटी होने पर खेत में फेंक देने की चर्चा कर रहे हैं.
मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चा होने लगी. लोगों को आशंका है कि, नवजात लड़की थी इसलिए उसे इस तरह फेंक दिया गया. वहीं, पूरे नौ महीने कोख में रखने के बाद जब बेटी ने जन्म लिया तो नवजात शिशु को कचरे के ढेर में फेंके जाने से मां की ममता भी शर्मसार हुई है. आशंका है कि, रात भर गांव के बाहर खेत में पड़े रहने से बच्ची ने दम तोड़ दिया. ग्रामीणों का कहना है कि सुबह जब लोग अपने खेतों की ओर जा रहे थे तो उन्हें कपड़े में लिपटा कुछ दिखाई पड़ा. इसके बाद जब लोगों ने पास जाकर देखा तो उन्हेंं एक बच्चे के होने का आभास हुआ. जिसके बाद उन्होंने कपड़ा हटाकर देखा तो एक बच्ची का शव पड़ा मिला. इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और आस-पास के लोग वहां इकट्ठा हो गए.
ग्रामीणों का कहना है कि नवजात बच्ची की मौत हो चुकी थी. शव देखने से प्रतीत हो रहा था कि उसे रात में ही किसी ने खेत में फेंका है. बच्ची का शव मिलने के बाद ग्राम प्रधान ने कंधई थाने पर फोन कर पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों से पूछताछ की. लेकिन, उसे कोई सुराग नहीं मिला. फिलहाल पुलिस ने शव को पोर्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
देश में भ्रूण की जांच पर प्रतिबंध है. लोग बेटे की चाहत में बच्चे को जन्म तो देते हैं, लेकिन बेटियों के होने पर दुख जताया जाता है. लोगों में बेटे और बेटी के बीच फर्क जैसी सोच के चलते ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं. लेकिन, आज जमाना बदल रहा है लोगों की सोच बदल रही है. लेकिन बेटे और बेटी में फर्क समझने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद हैं. जो ऐसा घृणित काम करते हैं.
नवजात का शव मिला है जांच की जा रही है. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी. इस तरह के मामलों में अक्सर या तो अवैध संबंध होते हैं या बेटे की चाहत. गांव में पूछताछ चल रही है.
-विनोद यादव, कंधई थानाध्यक्ष