ETV Bharat / state

यूपी बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर पर आए 300 फोन, विशेषज्ञों ने दिए सवालों के जवाब - UP BOARD PRACTICAL EXAMS

माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रयोग परामर्श हेल्पलाइन पर छात्र-छात्राओं की जिज्ञासा का हुआ समाधान

यूपी बोर्ड हेल्पलाइन पर विशेषज्ञों ने दिए सवालों के जवाब.
यूपी बोर्ड हेल्पलाइन पर विशेषज्ञों ने दिए सवालों के जवाब. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 26, 2025, 6:43 PM IST

लखनऊ : सर, वायवा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, क्या पूरी किताब पढ़नी पड़ेगी? कौन-कौन से प्रैक्टिकल महत्वपूर्ण हैं? प्रोजेक्ट जरूरी है क्या? एग्जामिनर के सामने वाइवा देने में घबराहट होती है, इस डर का सामना कैसे करें? यह कुछ प्रश्न है जो यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों ने प्रयोग परामर्श हेल्पलाइन पर फोन करके जानकारों से पूछे हैं.

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं आरंभ होने वाली हैं. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अनूठी पहल करते हुए शनिवार को 12 बजे से देर शाम तक प्रयोग परामर्श हेल्पलाइन पर छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान विषय विशेषज्ञों ने किया. यूपी बोर्ड की वर्ष 2024–25 प्रयोगात्मक परीक्षाएं 1 फरवरी से प्रारंभ हो रही है. परीक्षार्थियों को होने वाले तनाव और प्रायोगिक परीक्षा से संबंधित वायवा को लेकर विद्यार्थियों की समस्या को दूर करने के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मंडल डॉ. प्रदीप कुमार के सुझाव पर इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों के लिए एकदिवसीय हेल्पलाइन सेवा 'प्रयोग परामर्श' का आयोजन किया गया.

मंडल के बाहर से भी आया फोन : मण्डल के सभी जनपदों लखीमपुर खीरी, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर, लखनऊ के अतिरिक्त पूरे प्रदेश से 4 घंटे की समय अवधि में लगभग 300 फोन कॉल आईं. सभी फोन का विशेषज्ञों ने धैर्यपूर्वक उत्तर दिया. इस दौरान मंडल के बाहर प्रदेश के अन्य जिलों से भी विद्यार्थियों ने फोन किया, जिनके प्रश्नों का उत्तर दिया गया. कुल 300 फोन काल्स में सौ सवाल एक जैसे रहे, जिनका समाधान किया गया.

इन जानकारों ने किया समाधान : रसायन विज्ञान विशेषज्ञ और मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार, रसायन विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. श्वेता श्रीवास्तव, भौतिक विज्ञान विशेषज्ञ संध्या राजपूत, जीव विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति विश्वकर्मा, अभिलेखीकरण पवन कुमार तिवारी ने सवालों के जवाब दिए.

रसायन विज्ञान प्रैक्टिकल टिप्स

  • गुणात्मक विश्लेषण के अंतर्गत अम्लीय व क्षारीय मूलकों के परीक्षण में सैद्धांतिक पक्ष को अवश्य समझें.
  • अम्ल व क्षार के परीक्षण में वर्गीकरण का आधार क्या है? विभिन्न समूह के समूह अभिकर्मक चयन का आधार क्या है? इसे समझें, जिससे मौखिक पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने में आसानी होगी.
  • परीक्षण लिखते समय रासायनिक अभिक्रियाओं को अवश्य लिखें.
  • आयतमितीय विश्लेषण में फेरस अमोनियम सल्फ़ेट का विलियन बनाकर तत्काल परीक्षण करें. जिससे ऑक्सीकरण आदि के प्रभाव से सांद्रता परिवर्तित ना होने पाएं.
  • मौखिक की तैयारी के लिए विशेष रूप से अपने प्रोजेक्ट गुणात्मक विश्लेषण व आयतनमित्तीय परीक्षण का अध्ययन करें.

भौतिक विज्ञान प्रैक्टिकल टिप्स

  • सत्रीय कार्य व प्रोजेक्ट कार्य को समय से पूरा कर अपने अध्यापक से जांच करवा लें.
  • संबंधित उपकरण, सिद्धांत व सामान्य शब्दावली से भलीभांति परिचित रहें.
  • प्रयोग को लिखते समय आवश्यक चित्र बनाए व सिद्धांत अवश्य लिखें.
  • प्रयोग के सिद्धांत को तर्क के आधार पर समझने का प्रयास करना चाहिए. यह आपको मौखिक प्रश्नों में अत्यधिक मदद करता है.

जीव विज्ञान प्रैक्टिकल टिप्स

  • स्पॉटिंग में सिर्फ मुख्य लक्षण ही लिखें व चित्र नामांकित स्पष्ट होना चाहिए.
  • मौखिकी के लिए बनाए गए चार्ट एवं मॉडल को अच्छी तरीके से तैयार करें.
  • चार्ट या मॉडल अपने पसंद के शीर्षक पर ही तैयार करें तो ज्यादा अच्छा होगा.
  • स्लाइड बनाते समय ध्यान रखें कि उसमें बबल्स ना हों.

विद्यार्थियों ने किए यह सवाल

  • शाहमीणा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज लखनऊ की छात्रा तूबा फातिमा ने पूछा कि एग्जामिनर के सामने वाइवा देने में घबराहट होती है, इस डर का सामना कैसे किया जाए ?
    जवाब- परीक्षा से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है. विषय से संबंधित तथ्यों का अध्ययन करके पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रश्नों के उत्तर दें.
  • प्रयागराज से अनुराग विश्वकर्मा ने पूछा-वायवा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, क्या पूरी किताब पढ़नी पड़ेगी ?
    जवाब- वायवा का क्षेत्र विस्तृत होता है किंतु प्रोजेक्ट चार्ट व प्रयोग से विशेष रूप से प्रश्न पूछे जा सकते हैं.
  • सीतापुर से मानसी ने पूछा-पूर्ण तरंग दिष्टकारी के विषय में क्या प्रश्न पूछे जा सकते हैं?
    जवाब- पूर्ण तरंग दिष्टकारी की क्रियाविधि अर्ध तरंग दिष्टकारी एवं पूर्ण तरंग दिष्टकारी में अंतर, पीएन जंक्शन डायोड का अग्र अभिनत और पश्च अभिनत में क्रियाविधि के बारे में अच्छे से पढ़ लें.
  • कानपुर से आयुष गुप्त ने सवाल किया भौतिक विज्ञान में प्रयोग को कैसे लिखना होता है? क्या चित्र बनाना आवश्यक है?
    जवाब- प्रयोग को लिखते समय उद्देश्य, आवश्यक उपकरण, सिद्धांत, परीक्षण सारणी, गणना, निष्कर्ष लिखने के साथ-साथ आवश्यक ग्राफ और चित्र भी बनाएं.
  • मुजफ्फरनगर से रितेश कुमार ने सवाल किया ट्रांसफार्मर से संबंधित चार्ट बनाया है, इसमें क्या प्रश्न पूछे जा सकते हैं?
    जवाब- ट्रांसफार्मर का सिद्धांत, क्रियाविधि, ये कितने प्रकार के होते हैं? भंवर धाराएं क्या है आदि प्रश्न इससे संबंधित हैं, जिन्हें अच्छे से तैयार किया कर लें.
  • लखीमपुरखीरी से अनुष्का निषाद का प्रश्न-यदि दिया गया प्रश्न ना आता हो तो क्या दूसरा प्रश्न लिखा जा सकता है? जवाब- नहीं जो प्रश्न दिया गया है सिर्फ उसी का उत्तर लिखें.
  • हरदोई से स्वाति शर्मा कलावती इंटर कॉलेज की छात्रा ने पूछा-वायवा के लिए तैयारी कैसे करें, समझ में नहीं आ रहा है?
    जवाब- वायवा पूरे कोर्स से पूछा जा सकता है, लेकिन यदि आपने कोई चार्ट या मॉडल बनाया हो तो उसको अच्छे से तैयार कर लें. अपनी प्रैक्टिकल फाइल को अच्छे से पढ़ लें.
  • उन्नाव से सार्थक रावत का सवाल मैडम वाह्य परीक्षक कैसे होते हैं, यह सोचकर भी डर लगता है वह किस प्रकार के प्रश्न पूछेंगे ?
    जवाब- वाह्य परीक्षक भी एक शिक्षक होते हैं. डरने की आवश्यकता नहीं है. कॉन्फिडेंस के साथ उत्तर दें.

मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार के मुताबिक, प्रत्येक परीक्षार्थी को अपने वायवा (मौखिकी) के समय वाह्य परीक्षक से निसंकोच अपने द्वारा किये गए कोई एक नवाचार के बारे में बताएं उसे साझा करने से और अच्छे अंक प्राप्त होते हैं.

लखनऊ : सर, वायवा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, क्या पूरी किताब पढ़नी पड़ेगी? कौन-कौन से प्रैक्टिकल महत्वपूर्ण हैं? प्रोजेक्ट जरूरी है क्या? एग्जामिनर के सामने वाइवा देने में घबराहट होती है, इस डर का सामना कैसे करें? यह कुछ प्रश्न है जो यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों ने प्रयोग परामर्श हेल्पलाइन पर फोन करके जानकारों से पूछे हैं.

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं आरंभ होने वाली हैं. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अनूठी पहल करते हुए शनिवार को 12 बजे से देर शाम तक प्रयोग परामर्श हेल्पलाइन पर छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान विषय विशेषज्ञों ने किया. यूपी बोर्ड की वर्ष 2024–25 प्रयोगात्मक परीक्षाएं 1 फरवरी से प्रारंभ हो रही है. परीक्षार्थियों को होने वाले तनाव और प्रायोगिक परीक्षा से संबंधित वायवा को लेकर विद्यार्थियों की समस्या को दूर करने के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मंडल डॉ. प्रदीप कुमार के सुझाव पर इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों के लिए एकदिवसीय हेल्पलाइन सेवा 'प्रयोग परामर्श' का आयोजन किया गया.

मंडल के बाहर से भी आया फोन : मण्डल के सभी जनपदों लखीमपुर खीरी, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर, लखनऊ के अतिरिक्त पूरे प्रदेश से 4 घंटे की समय अवधि में लगभग 300 फोन कॉल आईं. सभी फोन का विशेषज्ञों ने धैर्यपूर्वक उत्तर दिया. इस दौरान मंडल के बाहर प्रदेश के अन्य जिलों से भी विद्यार्थियों ने फोन किया, जिनके प्रश्नों का उत्तर दिया गया. कुल 300 फोन काल्स में सौ सवाल एक जैसे रहे, जिनका समाधान किया गया.

इन जानकारों ने किया समाधान : रसायन विज्ञान विशेषज्ञ और मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार, रसायन विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. श्वेता श्रीवास्तव, भौतिक विज्ञान विशेषज्ञ संध्या राजपूत, जीव विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति विश्वकर्मा, अभिलेखीकरण पवन कुमार तिवारी ने सवालों के जवाब दिए.

रसायन विज्ञान प्रैक्टिकल टिप्स

  • गुणात्मक विश्लेषण के अंतर्गत अम्लीय व क्षारीय मूलकों के परीक्षण में सैद्धांतिक पक्ष को अवश्य समझें.
  • अम्ल व क्षार के परीक्षण में वर्गीकरण का आधार क्या है? विभिन्न समूह के समूह अभिकर्मक चयन का आधार क्या है? इसे समझें, जिससे मौखिक पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने में आसानी होगी.
  • परीक्षण लिखते समय रासायनिक अभिक्रियाओं को अवश्य लिखें.
  • आयतमितीय विश्लेषण में फेरस अमोनियम सल्फ़ेट का विलियन बनाकर तत्काल परीक्षण करें. जिससे ऑक्सीकरण आदि के प्रभाव से सांद्रता परिवर्तित ना होने पाएं.
  • मौखिक की तैयारी के लिए विशेष रूप से अपने प्रोजेक्ट गुणात्मक विश्लेषण व आयतनमित्तीय परीक्षण का अध्ययन करें.

भौतिक विज्ञान प्रैक्टिकल टिप्स

  • सत्रीय कार्य व प्रोजेक्ट कार्य को समय से पूरा कर अपने अध्यापक से जांच करवा लें.
  • संबंधित उपकरण, सिद्धांत व सामान्य शब्दावली से भलीभांति परिचित रहें.
  • प्रयोग को लिखते समय आवश्यक चित्र बनाए व सिद्धांत अवश्य लिखें.
  • प्रयोग के सिद्धांत को तर्क के आधार पर समझने का प्रयास करना चाहिए. यह आपको मौखिक प्रश्नों में अत्यधिक मदद करता है.

जीव विज्ञान प्रैक्टिकल टिप्स

  • स्पॉटिंग में सिर्फ मुख्य लक्षण ही लिखें व चित्र नामांकित स्पष्ट होना चाहिए.
  • मौखिकी के लिए बनाए गए चार्ट एवं मॉडल को अच्छी तरीके से तैयार करें.
  • चार्ट या मॉडल अपने पसंद के शीर्षक पर ही तैयार करें तो ज्यादा अच्छा होगा.
  • स्लाइड बनाते समय ध्यान रखें कि उसमें बबल्स ना हों.

विद्यार्थियों ने किए यह सवाल

  • शाहमीणा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज लखनऊ की छात्रा तूबा फातिमा ने पूछा कि एग्जामिनर के सामने वाइवा देने में घबराहट होती है, इस डर का सामना कैसे किया जाए ?
    जवाब- परीक्षा से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है. विषय से संबंधित तथ्यों का अध्ययन करके पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रश्नों के उत्तर दें.
  • प्रयागराज से अनुराग विश्वकर्मा ने पूछा-वायवा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, क्या पूरी किताब पढ़नी पड़ेगी ?
    जवाब- वायवा का क्षेत्र विस्तृत होता है किंतु प्रोजेक्ट चार्ट व प्रयोग से विशेष रूप से प्रश्न पूछे जा सकते हैं.
  • सीतापुर से मानसी ने पूछा-पूर्ण तरंग दिष्टकारी के विषय में क्या प्रश्न पूछे जा सकते हैं?
    जवाब- पूर्ण तरंग दिष्टकारी की क्रियाविधि अर्ध तरंग दिष्टकारी एवं पूर्ण तरंग दिष्टकारी में अंतर, पीएन जंक्शन डायोड का अग्र अभिनत और पश्च अभिनत में क्रियाविधि के बारे में अच्छे से पढ़ लें.
  • कानपुर से आयुष गुप्त ने सवाल किया भौतिक विज्ञान में प्रयोग को कैसे लिखना होता है? क्या चित्र बनाना आवश्यक है?
    जवाब- प्रयोग को लिखते समय उद्देश्य, आवश्यक उपकरण, सिद्धांत, परीक्षण सारणी, गणना, निष्कर्ष लिखने के साथ-साथ आवश्यक ग्राफ और चित्र भी बनाएं.
  • मुजफ्फरनगर से रितेश कुमार ने सवाल किया ट्रांसफार्मर से संबंधित चार्ट बनाया है, इसमें क्या प्रश्न पूछे जा सकते हैं?
    जवाब- ट्रांसफार्मर का सिद्धांत, क्रियाविधि, ये कितने प्रकार के होते हैं? भंवर धाराएं क्या है आदि प्रश्न इससे संबंधित हैं, जिन्हें अच्छे से तैयार किया कर लें.
  • लखीमपुरखीरी से अनुष्का निषाद का प्रश्न-यदि दिया गया प्रश्न ना आता हो तो क्या दूसरा प्रश्न लिखा जा सकता है? जवाब- नहीं जो प्रश्न दिया गया है सिर्फ उसी का उत्तर लिखें.
  • हरदोई से स्वाति शर्मा कलावती इंटर कॉलेज की छात्रा ने पूछा-वायवा के लिए तैयारी कैसे करें, समझ में नहीं आ रहा है?
    जवाब- वायवा पूरे कोर्स से पूछा जा सकता है, लेकिन यदि आपने कोई चार्ट या मॉडल बनाया हो तो उसको अच्छे से तैयार कर लें. अपनी प्रैक्टिकल फाइल को अच्छे से पढ़ लें.
  • उन्नाव से सार्थक रावत का सवाल मैडम वाह्य परीक्षक कैसे होते हैं, यह सोचकर भी डर लगता है वह किस प्रकार के प्रश्न पूछेंगे ?
    जवाब- वाह्य परीक्षक भी एक शिक्षक होते हैं. डरने की आवश्यकता नहीं है. कॉन्फिडेंस के साथ उत्तर दें.

मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार के मुताबिक, प्रत्येक परीक्षार्थी को अपने वायवा (मौखिकी) के समय वाह्य परीक्षक से निसंकोच अपने द्वारा किये गए कोई एक नवाचार के बारे में बताएं उसे साझा करने से और अच्छे अंक प्राप्त होते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.