ETV Bharat / state

Martyr Jawan Shiv Bahadur: प्रतापगढ़ के लाल को राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई - प्रतापगढ़ के लाल शिव बहादुर

प्रतापगढ़ के शहीद बीएसएफ जवान शिव बहादुर के शव को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान सूबे के राज्यमंत्री राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह भी मौजूद रहे.

Etv Bharat
प्रतापगढ़ के लाल बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर को राजकीय सम्मान दी गई बिदाई
author img

By

Published : Jan 14, 2023, 7:34 PM IST

प्रतापगढ़ः जिले के बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर का राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बड़नपुर में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के शव को बीएसएफ के ट्रक से उनके साथी जवान जब उनके घर पहुंचे तो पूरे गांव में मातम पसर गया. इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद बीएसएफ जवान शिव बहादुर को अंतिम विदाई दी गई. शहीद के अंतिम यात्रा में भारी हूजूम उमड़ पड़ा.

बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर के परिवार को सांत्वना देने के लिए सरकार की तरफ से सूबे के राज्यमंत्री राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, सांसद, विधायक पहुंचे वहीं मौके पर प्रशासन की तरफ से डीएम डॉ. नितिन बंसल, एसपी सतपाल अंतिल समेत प्रशासनिक अमले के कई अफसर मौजूद रहे. जवान के अंतिम यात्रा में ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई अंतिम यात्रा में शामिल होकर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए आतुर दिखा.

मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने परिजनों को 50 लाख का चेक सौंपा, साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव की एक सड़क का नाम शहीद शिव बहादुर के नाम पर रखने की घोषणा की. शुक्रवार को सीएम योगी ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए जवान के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी. डीएम डॉ. नितिन बंसल ने बताया कि शहीद के परिवार को सरकार की तरफ 50 लाख की आर्थिक सहायता दी गई है. जिसमे 35 लाख शहीद की विधवा और 15 लाख रूपये का चेक शहीद के पिता को दिया गया है.

शिव बहादुर सिंह (53) बीएसएफ में एएसआई के रूप में बंगाल के कूंच बिहार में तैनात थे. यहां ड्यूटी के दौरान वो शहीद हो गए. उनके पिता वंश बहादुर सिंह आर्मी में हवलदार के पद से 1979 में रिटार्यड हुए थे. शव घर पहुंचने के बाद शहीद के परिजनों और उनकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान ठंड लगने से शिव बहादुर सिंह शहीद हो गए.

ये भी पढ़ेंः Gorakhnath Temple Khichdi Mela: त्रेतायुग से मकर संक्रांति में इस मंदिर में चढ़ रही खिचड़ी, जानिए परंपरा

प्रतापगढ़ः जिले के बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर का राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बड़नपुर में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के शव को बीएसएफ के ट्रक से उनके साथी जवान जब उनके घर पहुंचे तो पूरे गांव में मातम पसर गया. इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद बीएसएफ जवान शिव बहादुर को अंतिम विदाई दी गई. शहीद के अंतिम यात्रा में भारी हूजूम उमड़ पड़ा.

बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर के परिवार को सांत्वना देने के लिए सरकार की तरफ से सूबे के राज्यमंत्री राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, सांसद, विधायक पहुंचे वहीं मौके पर प्रशासन की तरफ से डीएम डॉ. नितिन बंसल, एसपी सतपाल अंतिल समेत प्रशासनिक अमले के कई अफसर मौजूद रहे. जवान के अंतिम यात्रा में ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई अंतिम यात्रा में शामिल होकर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए आतुर दिखा.

मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने परिजनों को 50 लाख का चेक सौंपा, साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव की एक सड़क का नाम शहीद शिव बहादुर के नाम पर रखने की घोषणा की. शुक्रवार को सीएम योगी ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए जवान के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी. डीएम डॉ. नितिन बंसल ने बताया कि शहीद के परिवार को सरकार की तरफ 50 लाख की आर्थिक सहायता दी गई है. जिसमे 35 लाख शहीद की विधवा और 15 लाख रूपये का चेक शहीद के पिता को दिया गया है.

शिव बहादुर सिंह (53) बीएसएफ में एएसआई के रूप में बंगाल के कूंच बिहार में तैनात थे. यहां ड्यूटी के दौरान वो शहीद हो गए. उनके पिता वंश बहादुर सिंह आर्मी में हवलदार के पद से 1979 में रिटार्यड हुए थे. शव घर पहुंचने के बाद शहीद के परिजनों और उनकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान ठंड लगने से शिव बहादुर सिंह शहीद हो गए.

ये भी पढ़ेंः Gorakhnath Temple Khichdi Mela: त्रेतायुग से मकर संक्रांति में इस मंदिर में चढ़ रही खिचड़ी, जानिए परंपरा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.