पीलीभीत: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही पार्टी के नेताओं के सहारे आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार बनाने का ख्वाब देख रहे हों, लेकिन दूसरी ओर सार्वजनिक मंच पर सामने आ रही सपा खेमे की अंदरूनी गुटबाजी कहीं न कहीं अखिलेश यादव के इस सपने को चकनाचूर कर सकती है. दरअसल, पीलीभीत में इन दिनों एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसने समाजवादी पार्टी के खेमे में चल रही अंतर कलह को सार्वजनिक मंच पर ला कर रख दिया है.
दरअसल, गुरुवार को पीलीभीत में समाजवादी पार्टी के प्रदेश आवाहन पर साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया था. इस यात्रा के जरिए जिले भर के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वर्तमान की भाजपा सरकार को घेरने का काम किया और साइकिल यात्रा निकालकर सरकार के खिलाफ जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर जमकर प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शन के बाद पार्टी कार्यालय के बाहर पार्टी के जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह जनसभा को संबोधित कर रहे थे. संबोधन के बाद जब समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री और बरखेड़ा विधानसभा से विधायक रहे हेमराज वर्मा ने जिलाध्यक्ष से माइक लेना चाहा तो जिला अध्यक्ष ने माइक को पूर्व मंत्री के हाथों से छीन लिया और जिला महासचिव युसूफ कादरी के हाथों में थमा दिया. इस पूरे मामले का वीडियो इन दिनों तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो को देख अब समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा के लाखों समर्थकों में गुस्सा भी देखा जा रहा है.
फिर मंच पर आई सपा की गुटबाजी, पीलीभीत में जिला अध्यक्ष ने छीना पूर्व मंत्री से माइक - up election 2022
समाजवादी पार्टी की अंदरुनी कलह अकसर मंच पर दिख जाती है, फिर चाहे चाचा शिवपाल और अखिलेश के बीच शक्ति के बटवारे को लेकर हो या फिर समाजवादी नेता और चाचा रामगोपाल की शिवपाल के साथ हो. वर्चस्व और कुर्सी की जंग ऐसी कि न जगह दिखी और न वक्त न पद देखा और न ही सम्मान. कुछ ऐसी ही तस्वीर पीलीभीत से भी सामने आई है, जहां जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह जनसभा को संबोधित कर रहे थे कि इसी दौरान सपा के पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने जिलाध्यक्ष से माइक लेना चाहा तो जिला अध्यक्ष ने माइक को पूर्व मंत्री को न देकर जिला महासचिव युसूफ कादरी के हाथों में थमा दिया. अब यह वीडियो वायरल हो रहा है.
पीलीभीत: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही पार्टी के नेताओं के सहारे आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार बनाने का ख्वाब देख रहे हों, लेकिन दूसरी ओर सार्वजनिक मंच पर सामने आ रही सपा खेमे की अंदरूनी गुटबाजी कहीं न कहीं अखिलेश यादव के इस सपने को चकनाचूर कर सकती है. दरअसल, पीलीभीत में इन दिनों एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसने समाजवादी पार्टी के खेमे में चल रही अंतर कलह को सार्वजनिक मंच पर ला कर रख दिया है.
दरअसल, गुरुवार को पीलीभीत में समाजवादी पार्टी के प्रदेश आवाहन पर साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया था. इस यात्रा के जरिए जिले भर के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वर्तमान की भाजपा सरकार को घेरने का काम किया और साइकिल यात्रा निकालकर सरकार के खिलाफ जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर जमकर प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शन के बाद पार्टी कार्यालय के बाहर पार्टी के जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह जनसभा को संबोधित कर रहे थे. संबोधन के बाद जब समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री और बरखेड़ा विधानसभा से विधायक रहे हेमराज वर्मा ने जिलाध्यक्ष से माइक लेना चाहा तो जिला अध्यक्ष ने माइक को पूर्व मंत्री के हाथों से छीन लिया और जिला महासचिव युसूफ कादरी के हाथों में थमा दिया. इस पूरे मामले का वीडियो इन दिनों तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो को देख अब समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा के लाखों समर्थकों में गुस्सा भी देखा जा रहा है.