पीलीभीत: जिले के चुर्रासकतपुर में सोमवार को सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने गए नायब तहसीलदार का विरोध हो गया. एक महिला नायब तहसीलदार की जीप के आगे जमीन पर लेट गई. अन्य लोगों ने भी टीम को घेर लिया. मौके पर लोगों को एकत्र होता देख नायब तहसीलदार ने चुर्रा पुलिस चौकी से मौके पर पुलिस बल बुला लिया. तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ.
क्या है मामला
जिले की बीसलपुर तहसील के गांव चुर्रासकतपुर निवासी दुर्जन लाल ने गांव में पड़ी सरकारी भूमि पर पिछले कुछ माह से कब्जा करना शुरू कर दिया था. धीरे-धीरे उसने उस पर मकान बनाने हेतु पक्का निर्माण भी करा लिया. इस मामले की सूचना गांव के कुछ जागरूक लोगों ने उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को दी. उन्होंने इस मामले की जांच करने नायब तहसीलदार आनंद प्रकाश राय को मौके पर भेजा. उन्होंने गांव में पहुंचकर सरकारी भूमि पर ग्रामीण द्वारा कराए गए निर्माण कार्य को जब ध्वस्त कराना चाहा. तभी बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्र हो गए और उन्होंने अतिक्रमणकारी ग्रामीण का पक्ष लेते हुए नायब तहसीलदार का विरोध करना शुरू कर दिया. दुर्जन लाल की पत्नी सरकारी गाड़ी के आगे लेट गई. इस दौरान लोग शोर सराबा सुनकर मौके पर बड़ी संख्या में एकत्र हो गए. समय की नाजुकता को भांपते हुए नायब तहसीलदार ने चुर्रा पुलिस चौकी को फोन कर दिया. जिसके पश्चात चैकी प्रभारी गौतम सिंह फोस लेकर मौके पर पहुंच गए. तब कहीं जाकर मामला रफादफा हुआ और अतिक्रमण हटाने गए नायब तहसीलदार वापस आ गए.
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उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है. सरकारी जमीन पाए जाने पर अतिक्रमणकारी द्वारा किया गया निर्माण ध्वस्त करा दिया जाएगा. इसके अलावा यदि गांव में और किसी ने भी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है तो उस पर भी शिकंजा निश्चित कसा जाएगा.