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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना; वर-वधू को बिना आशीर्वाद दिए चले गए अधिकारी और जनप्रतिनिधि - MASS MARRIAGE IN MIRZAPUR

Mass Marriage Mirzapur : अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने वैवाहिक कार्यक्रम बीच में रोक कर सर्टिफिकेट दिया और चले गए.

मिर्जापुर में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में मौजूद वर वधू.
मिर्जापुर में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में मौजूद वर वधू. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 29, 2024, 10:36 AM IST

मिर्जापुर : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लाभार्थियों के साथ गुरुवार को मजाक देखने को मिला. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने वैवाहिक कार्यक्रम को बीच में रोककर पहले सर्टिफिकेट दिया और फिर मंच छोड़कर चले गए. हालांकि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के जाने के बाद वैवाहिक रस्में विधि विधान से संपन्न कराई गईं.

वर वधू को बिना आशीर्वाद दिए चले गए अधिकारी जनप्रतिनिधि. देखें खबर (Video Credit : ETV Bharat)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीब बेटियों की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करा रहे हैं. इसमें बड़ा बजट खर्च किया जा रहा है, लेकिन मिर्जापुर के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना में पलीता लगा रहे हैं. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने गुरुवार को लाभार्थियों के साथ कुछ ऐसा किया जिसकी सभी निंदा कर रहे हैं.

दरअसल वैवाहिक कार्यक्रम शुरू होते ही पंडित को बीच में ही रोककर जनप्रतिनिधियों ने भाषण शुरू कर दिया. इसके बाद कुछ लाभार्थियों को मंच पर बुलाकर सर्टिफिकेट देकर बिना आशीर्वाद दिए ही मंच छोड़कर निकल गए. जनप्रतिनिधियों के जाने के बाद अधिकारियों ने भी अपनी अपनी राह पकड़ी. बहरहाल किसी तरह सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया.

बता दें, गुरुवार को मिर्जापुर जिले के राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा 272 जोड़ों की शादी कराई गई. शादी समारोह में जिले के 12 ब्लॉकों, तीन नगर पालिका और एक नगर पंचायत के लाभार्थी शामिल थे. शादी समारोह में जनप्रतिनिधि पूर्व राज्यसभा सांसद राम सकल, छानबे विधायक रिंकी कोल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया, पहाड़ी ब्लाक के प्रमुख इंद्रमणि पांडेय, अपना दल एस के जिला अध्यक्ष राम लोटन बिंद, अपना दल एस के आईटी मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गेश पटेल और अधिकारियों में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार के साथ अन्य अधिकारी मंच पर मौजूद थे.

लाभार्थी ओमप्रकाश के मुताबिक जब विवाह में पंडित मंत्र बोल रहे थे तो इस दौरान नेता का भाषण भी चल रहा था. बीच में पंडित जी का मंत्र को भी रोका गया था. जनप्रतिनिधि भाषण अपना देने के बाद कुछ लाभार्थियों को अपने पास बुलाकर सर्टिफिकेट दे दिया और वहीं से बिना आशीर्वाद दिए अधिकारी और जनप्रतिनिधि मंच छोड़ कर चले गए. इसके बाद कोई जनप्रतिनिधि और अधिकारी नहीं आया.

जिला पंचायत राजू कनौजिया ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 292 जोड़ों की शादी होनी थी. कुछ लाभार्थी नहीं पहुंच पाए थे. यहां पर 272 जोड़ों की शादी कराई गई. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों चले जाने के सवाल पर समाज कल्याण अधिकारी श्रीनेत्र सिंह ने कहा कि पीडी दिलीप सोनकर से बात कीजिए. वहीं पीडी दिलीप सोनकर ने कहा कि समाज कल्याण अधिकारी से बात कीजिए. अधिकारी सटीक जवाब देने से बचते रहे.

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में एक दूजे के हुए 87 जोड़े

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ; गोरखपुर की 1200 बेटियों को एक साथ आशीर्वाद देंगे सीएम योगी

मिर्जापुर : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लाभार्थियों के साथ गुरुवार को मजाक देखने को मिला. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने वैवाहिक कार्यक्रम को बीच में रोककर पहले सर्टिफिकेट दिया और फिर मंच छोड़कर चले गए. हालांकि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के जाने के बाद वैवाहिक रस्में विधि विधान से संपन्न कराई गईं.

वर वधू को बिना आशीर्वाद दिए चले गए अधिकारी जनप्रतिनिधि. देखें खबर (Video Credit : ETV Bharat)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीब बेटियों की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करा रहे हैं. इसमें बड़ा बजट खर्च किया जा रहा है, लेकिन मिर्जापुर के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना में पलीता लगा रहे हैं. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने गुरुवार को लाभार्थियों के साथ कुछ ऐसा किया जिसकी सभी निंदा कर रहे हैं.

दरअसल वैवाहिक कार्यक्रम शुरू होते ही पंडित को बीच में ही रोककर जनप्रतिनिधियों ने भाषण शुरू कर दिया. इसके बाद कुछ लाभार्थियों को मंच पर बुलाकर सर्टिफिकेट देकर बिना आशीर्वाद दिए ही मंच छोड़कर निकल गए. जनप्रतिनिधियों के जाने के बाद अधिकारियों ने भी अपनी अपनी राह पकड़ी. बहरहाल किसी तरह सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया.

बता दें, गुरुवार को मिर्जापुर जिले के राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा 272 जोड़ों की शादी कराई गई. शादी समारोह में जिले के 12 ब्लॉकों, तीन नगर पालिका और एक नगर पंचायत के लाभार्थी शामिल थे. शादी समारोह में जनप्रतिनिधि पूर्व राज्यसभा सांसद राम सकल, छानबे विधायक रिंकी कोल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया, पहाड़ी ब्लाक के प्रमुख इंद्रमणि पांडेय, अपना दल एस के जिला अध्यक्ष राम लोटन बिंद, अपना दल एस के आईटी मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गेश पटेल और अधिकारियों में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार के साथ अन्य अधिकारी मंच पर मौजूद थे.

लाभार्थी ओमप्रकाश के मुताबिक जब विवाह में पंडित मंत्र बोल रहे थे तो इस दौरान नेता का भाषण भी चल रहा था. बीच में पंडित जी का मंत्र को भी रोका गया था. जनप्रतिनिधि भाषण अपना देने के बाद कुछ लाभार्थियों को अपने पास बुलाकर सर्टिफिकेट दे दिया और वहीं से बिना आशीर्वाद दिए अधिकारी और जनप्रतिनिधि मंच छोड़ कर चले गए. इसके बाद कोई जनप्रतिनिधि और अधिकारी नहीं आया.

जिला पंचायत राजू कनौजिया ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 292 जोड़ों की शादी होनी थी. कुछ लाभार्थी नहीं पहुंच पाए थे. यहां पर 272 जोड़ों की शादी कराई गई. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों चले जाने के सवाल पर समाज कल्याण अधिकारी श्रीनेत्र सिंह ने कहा कि पीडी दिलीप सोनकर से बात कीजिए. वहीं पीडी दिलीप सोनकर ने कहा कि समाज कल्याण अधिकारी से बात कीजिए. अधिकारी सटीक जवाब देने से बचते रहे.

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