चंदौली: सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी परिषदीय विद्यालयों के हालात नहीं सुधर रहे हैं. विद्या के मंदिर में बच्चों से सफाईकर्मियों की तरह काम करवाया जा रहा है. सदर ब्लॉक के हटिया प्राथमिक विद्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में विद्यालय के छात्र झाड़ू लगाते और फटी टाट-पट्टी बिछाते दिख रहे हैं.
- चंदौली में परिषदीय विद्यालयों का हाल.
- यहां बच्चे पढ़ने से पहले लगाते हैं झाड़ू.
- परिषदीय विद्यालयों में गिरता शिक्षा का स्तर.
- बच्चों के झाड़ू लगाते और टाट पट्टी बिछाते का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल.
- स्कूल चलो अभियान की खुली पोल.
- इन हालातों में 'कैसे सब पढ़ेंगे और सब बढ़ेंगे'.
- सदर ब्लॉक के हटिया प्राथमिक विद्यालय का मामला.
चंदौली काफी पिछड़ा जिला है और एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट के रूप में चयनित किया गया है. ऐसी तश्वीर सामने आना दुःखद है. सभी ग्राम पंचायतों में सरकार ने सफाईकर्मी नियुक्त किये हैं, लेकिन वे अपना ईमानदारी से नहीं कर रहे है. कम से कम बच्चों से तो सफाई नहीं करवाना चाहिए.
एड. धर्मेंद्र सिंह, समाजसेवी
इस वीडियो को हमने देखा है और इसकी जांच भी करवाई. प्राथमिक तौर पर यह वीडियो करीब दो साल पुराना है, क्योंकि वर्तमान समय में इस विद्यालय का पूरी तरह कायाकल्प हो गया. यह स्कूल इंग्लिश मीडियम के साथ ही सदर ब्लॉक का मॉडल स्कूल है. बावजूद इसके एबीएसए से इसकी जांच कराई जाएगी और इस विद्यालय के अलावा भी किसी अन्य विद्यालय में इस तरह का मामला सामने आने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए
जिले के अधिकारी भले ही इस वायरल वीडियो को पुराना बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हों, लेकिन चंदौल के ज्यादातर परिषदीय विद्यालयों के हालात इससे अलग नहीं है. ऐसे में इन दुर्व्यवस्थाओं के बीच बच्चे कैसे पढ़ेंगे और कैसे बढ़ेंगे.