चन्दौली : जिले में बढ़ रहे अपराध के ग्राफ के बीच पुलिस के लिए नाक का सवाल बन चुके डॉक्टर अपहरण कांड का आईजी रेंज वाराणसी ने खुलासा किया है. पुलिस ने बुधवार की सुबह मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से फिरौती के 40 लाख रुपये बरामद कर लिए. साथ ही उनकी निशानदेही पर उनके दो साथियों को गिरफ्तार कर अपहृत डॉक्टर को सकुशल रिहा कराया. खास बात यह है कि पुलिस ने यह गुड वर्क तब किया जब फिरौती की बात को परिजनों ने पूरी तरह से छुपाकर रखा था. हालांकि पुलिस ने सर्विलांस सेल और एसटीएफ की मदद से अपहरण कांड का खुलासा कर दिया.
डॉक्टर के अपहरण बाद से ही परिजनों से फिरौती के रूप में 70 लाख रुपये की डिमांड की जा रही थी, जो डॉक्टर के नम्बर से ही मांगी जा रही थी. इस दौरान जांच में जुटी पुलिस टीम को मोबाइल की लोकेशन लगातार मुगलसराय के आसपास मिल रही थी. इस दौरान पहले अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम दी गई. सादी वर्दी में पुलिस भी मौके पर मौजूद थी. यह अलग बात है कि परिजनों ने पुलिस को सूचना नहीं दी थी, लेकिन पुलिस ने पूरा जाल बिछा रखा था. डॉक्टर के परिजनों का कहना है कि वो फिरौती की कॉल आने के बाद काफी डर गए थे. इसलिए उन्होंने पुलिस को कुछ नहीं बताया.
इलाके के आकाश ने ही की थी अपहरण की रेकी
पुलिस खुलासे में चौकाने वाली बात यह सामने आई है कि अपहरण की इस घटना का मास्टरमाइंड बलुआ के हुदहुदीपुर निवासी आकाश सिंह है. जिसके द्वारा अपने गिरोह के सदस्य राजीव सिंह को यह बताया गया था कि उसके गांव के पास का एक डॉक्टर है, जिसके पास बहुत पैसे, कई मकान, क्लिनिक व अच्छी-अच्छी गाड़ियां हैं. उसको उठाने पर काफी पैसा मिल सकता है. इसी बात पर इन सभी ने योजनाबद्ध तरीके से अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अपहरण की इस वारदात को अंजाम दिया.
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