चंदौली: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Chief Minister Mass Marriage Scheme) में लाभार्थियों को उपहार स्वरूप मिलने वाले पायल, बिछिया और अन्य सामान में घालमेल करने के मामले में जांच सही पाई गई. इसपर डीएम संजीव सिंह की संस्तुति पर सदर ब्लॉक में कार्यरत प्रभारी एडीओ समाज कल्याण अरूण कुमार को निलंबित कर दिया गया. साथ ही शिथिल पर्यवेक्षण के चलते बीडीओ तारकेश्वर तिवारी को पद से हटाते हुए स्पष्टीकरण प्राप्त किया गया. इस कार्रवाई से विभागीय कर्मियों में खलबली मच गई है.
सदर ब्लॉक परिसर (Sadar Block Complex) में बीते 10 जून को विधायक रमेश जायसवाल, डीएम संजीव सिंह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम के तहत 98 जोड़ों की शादी पूरे विधि विधान से सम्पन्न हुई थी. लेकिन शादी संपन्न होने के बाद गरीब परिवार की बेटियों को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती कर दी गई. इसको लेकर ब्लॉक क्षेत्र के विभिन्न गांवों की लाभार्थियों ने डीएम संजीव सिंह से मिलकर शिकायत की. इसमें संबंधित अधिकारियों पर पायल और बिछिया सहित अन्य सामान नहीं दिए जाने का आरोप लगाया.
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वहीं, इस पर डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए सदर उपजिलाधिकारी अजय मिश्रा और समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र मौर्य से प्रकरण की जांच कराई. इस मामले में उप निदेशक समाज कल्याण कन्हैया गुप्ता ने सदर ब्लॉक पहुंचकर लाभार्थियों का बयान दर्ज किया था. साथ ही रिपोर्ट डायरेक्टर समाज कल्याण को पेर्षित किया था. फिलहाल एसडीएम और समाज कल्याण अधिकारी की जांच में सदर ब्लॉक में कार्यरत प्रभारी एडीओ समाज कल्याण अरूण कुमार के विरुद्ध आरोप सही पाया गया.
इसपर जिलाधिकारी की संतुति पर प्रभारी एडीओ समाज कल्याण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. वहीं, कार्य में घोर लापरवाही और शिथिल पर्यवेक्षण के कारण बीडीओ तारकेश्वर तिवारी को पद से हटा दिया गया. साथ ही उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त किया गया. उनके स्थान पर अब सतीशचंद्र त्रिपाठी को खंड विकास अधिकारी पद पर तैनात किया गया है.