मिर्जापुर : कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रदेश के लगभग सभी जिलों में ऑक्सीजन की कमी सामने आ रही है. इसके चलते कोरोना के गंभीर मरीज दम तोड़ रहे हैं. वहीं, जिले में बने काव्या ऑक्सीजन प्लांट से विंध्याचल मंडल के तीनों जनपद सोनभद्र, भदोही और मिर्जापुर के साथ ही बनारस, जौनपुर तक ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराया जा रहा है.
स्टॉक में 1700 से ज्यादा बड़े सिलेंडर
विंध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने बताया कि ऑक्सीजन के अलावा स्वास्थ्य महकमे ने कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए काफी इंतजाम किए हैं. 20 टन के काव्या ऑक्सीजन प्लांट में ओडिशा, बनारस, दिल्ली के आसपास से टैंकरों से लिक्विड मंगाकर उसे मेडिकल ऑक्सीजन में लगातार बदला जा रहा है. पहले जहां एक हफ्ते में 2 हजार सिलेंडर भरे जाते थे, अब प्रतिदिन यहां पर 700 से ज्यादा सिलेंडर भरे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मिर्जापुर मंडल में 20 टन के एलएमओ ऑक्सीजन प्लांट का अधिग्रहण किया गया है. मंडल में अभी 1700 से ज्यादा बड़े सिलेंडर का स्टॉक है. रात में एक और टैंकर ओडिशा से लिक्विड लेकर पहुंचेगा, जिससे 1000 और सिलेंडर तैयार हो जाएंगे.
निजी अस्पतालों के अधिग्रहण करने से बेड की नहीं होगी कमी
बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों को देखते हुए विंध्याचल मंडल में 13 निजी अस्पतालों का अधिग्रहण किया गया है. इससे बेडों की संख्या में इजाफा हुआ है. कोरोना के पहले लहर में मिर्जापुर में 50, भदोही में 100, सोनभद्र में 200 बेड की व्यवस्था की गई थी. वहीं, कोरोना की दूसरी लहर में मिर्जापुर में 393, भदोही में 249, सोनभद्र में 300 बेड के इंतजाम किए गए हैं. बेड की क्षमता आगे और बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. तीनों जनपद में 100-100 बेड और बढ़ाए जाएंगे, जहां पर ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था होगी.
रिजर्व में रखे जा रहे जंबो सिलेंडर
मंडल के हर जनपद के लिए 100-100 जंबो सिलेंडर खरीदे जा रहे हैं. यह जंबो सिलेंडर रिजर्व में रखा जा रहा है. कहीं भी आवश्यकता पड़ने पर एक घंटे के अंदर सिलेंडर पहुंचा दिया जाएगा. पूरे मंडल में ऑक्सीजन की कमी से किसी भी पेशेंट की मौत नहीं होने दी जाएगी. मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने बताया कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन की शुरुआती दौर में कमी थी. अब यहां पर कमी नहीं है. लेकिन रेमडेसिवीर की आवश्यकता सभी को नहीं है, डॉक्टर की सलाह पर ही इसका इस्तेमाल करें.
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