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अगर मिड-डे-मील है घटिया, तो तुरंत फोन लगाकर करें शिकायत

मिड-डे-मील मामले में मिर्जापुर प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है. मिड-डे-मील की खराब गुणवत्ता के लिए स्कूल के बाहर अधिकारियों के नंबर लिखे जाएंगे, जिस पर फोन करने के बाद अधिकारी त्वरित कार्रवाई करेंगे.

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Published : Sep 4, 2019, 7:42 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिड-डे-मील मामले में प्रशासन ने लिया एक्शन.

मिर्जापुर: जनपद के विकास खंड जमालपुर के प्राथमिक विद्यालय शिउर में बच्चों को मिड-डे-मील में नमक रोटी खिलाने के मामले के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. भोजन योजना के तहत बच्चों को शुद्ध भोजन और मिड-डे-मील सही रूप से वितरित करने के लिए शिकायत प्रकोष्ठ कंट्रोल रूम स्कूल के बाहर स्थापित किया गया है.

मिड-डे-मील मामले में प्रशासन सख्त.

नमक-रोटी खिलाने के मामले में प्रशासन सख्त-
शिकायत प्रकोष्ठ के तहत शिक्षा विभाग से लेकर आला अधिकारियों तक के नंबर स्कूलों पर लिखे जा रहे हैं. नंबर पर फोन कर कोई भी मिड डे मील से जुड़ी शिकायत कर सकता है, जहां शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, एनपीआरसी, बीआरसी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, वे सभी 5 स्कूलों में प्रतिदिन जाकर मिड डे मील की जांच करेंगे.

स्कूल की टीचर फिरदौस बेगम ने बताया कि सरकार की तरफ से मैन्यू निर्धारित है. एक बच्चे पर 100 ग्राम अनाज के हिसाब से हम उनको खाना उपलब्ध करवाते हैं. अनाज सरकार की तरफ से आवंटित है जबकि मसाले और तेल हम खुद से खरीदते हैं. इनकी गुणवत्ता की जांच के लिए हम लोगों ने माता समूह का गठन किया है. माता समूह रोजाना आकर देखेंगी कि भोजन कैसे बन रहा है.

सभी प्रधानाचार्य को यह निर्देश दिया गया है कि मैन्यू के हिसाब से बच्चों को भोजन दिया जाए. भोजन की गुणवत्ता को भी परखा जा रहा है. शिकायत प्रकोष्ठ की भी व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, एनपीआरसी, बीआरसी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, वे सभी 5 स्कूलों में प्रतिदिन जाकर मिड डे मील की जांच करेंगे.
महेंद्र मौर्या, एबीएस प्रभारी

मिर्जापुर: जनपद के विकास खंड जमालपुर के प्राथमिक विद्यालय शिउर में बच्चों को मिड-डे-मील में नमक रोटी खिलाने के मामले के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. भोजन योजना के तहत बच्चों को शुद्ध भोजन और मिड-डे-मील सही रूप से वितरित करने के लिए शिकायत प्रकोष्ठ कंट्रोल रूम स्कूल के बाहर स्थापित किया गया है.

मिड-डे-मील मामले में प्रशासन सख्त.

नमक-रोटी खिलाने के मामले में प्रशासन सख्त-
शिकायत प्रकोष्ठ के तहत शिक्षा विभाग से लेकर आला अधिकारियों तक के नंबर स्कूलों पर लिखे जा रहे हैं. नंबर पर फोन कर कोई भी मिड डे मील से जुड़ी शिकायत कर सकता है, जहां शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, एनपीआरसी, बीआरसी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, वे सभी 5 स्कूलों में प्रतिदिन जाकर मिड डे मील की जांच करेंगे.

स्कूल की टीचर फिरदौस बेगम ने बताया कि सरकार की तरफ से मैन्यू निर्धारित है. एक बच्चे पर 100 ग्राम अनाज के हिसाब से हम उनको खाना उपलब्ध करवाते हैं. अनाज सरकार की तरफ से आवंटित है जबकि मसाले और तेल हम खुद से खरीदते हैं. इनकी गुणवत्ता की जांच के लिए हम लोगों ने माता समूह का गठन किया है. माता समूह रोजाना आकर देखेंगी कि भोजन कैसे बन रहा है.

सभी प्रधानाचार्य को यह निर्देश दिया गया है कि मैन्यू के हिसाब से बच्चों को भोजन दिया जाए. भोजन की गुणवत्ता को भी परखा जा रहा है. शिकायत प्रकोष्ठ की भी व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, एनपीआरसी, बीआरसी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी हैं, वे सभी 5 स्कूलों में प्रतिदिन जाकर मिड डे मील की जांच करेंगे.
महेंद्र मौर्या, एबीएस प्रभारी

Intro:मिर्ज़ापुर विकास खंड जमालपुर के प्राथमिक विद्यालय शिउर में बच्चों को मिडडेमील में नमक रोटी खिलाने के मामले के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। मध्यान्ह भोजन योजना के तहत बच्चों को शुद्ध भोजन व मिडडेमील को नियंत्रण के लिए शिकायत प्रकोष्ठ कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। हर स्कूल पर नंबर लिखे जा रहे हैं शिक्षा विभाग से लेकर आला अधिकारियों तक के कोई भी मिड डे मील से जुड़ी शिकायत कर सकता है शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगीBody:मिर्ज़ापुर मिड डे मील में नमक रोटी खिलाए जाने के घटना के बाद प्रशासन ने कुछ बदलाव सभी स्कूलों में किया है । सभी सरकारी स्कूलों में सभी जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के मोबाइल नंबर लिखवाए गए है ताकि जब भी किसी को समस्या हो तो वह सीधे सम्बंधित अधिकारियों से बात कर सके और शिकायत प्रकोष्ठ कंट्रोल रूम सूचना दिया जा सके और समस्या का निस्तारण किया जा सके ।इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी , एन पी आर सी , बी आर सी के साथ जितने भी संबंधित अधिकारी है वो सभी 5 स्कूल में प्रतिदिन जा कर मिड डे मील की जांच करेंगे ताकि गुडवत्ता में कोई कमी ना पाए।अध्यापिका ने बताया कि माता समूह का भी गठन किया गया है जो खाना देख सकती है और बच्चो को खिला सकती है। प्रतिदिन 100 ग्राम प्रति बच्चे के हिसाब से दिया जाता है मीनू के हिसाब से हमारे यहां दिया जाता है ।

Bite-महेंद्र मौर्या-प्रभारी एबीएस
Bite-फ़िरदौस बेगम-टीचर

जय प्रकाश सिंह
मिर्ज़ापुर
9453881630

Conclusion:
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST
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