मेरठ: पोस्ट कोविड-19 सस्टेनेबल उत्तर प्रदेश 2025 विषय पर शोभित यूनिवर्सिटी में वेबिनार का आयोजन किया गया. सेंटर फॉर एग्री बिजनेस एंड डिजास्टर मैनेजमेंट स्टडीज शोभित विश्वविद्यालय एवं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) लखनऊ की ओर से संयुक्त रुप से नेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने की. इस दौरान किसानों की समस्याओं और उनके निदान को लेकर मंथन किया गया.
मंत्री नहीं किसान के रूप में की बात
वेबिनार का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज वह एक मंत्री नहीं किसान के रूप में बात करेंगे. उन्होंने कहा कि समस्याएं बहुत हैं, लेकिन पिछले 3 माह में अगर देश को किसी ने बचाया है तो वह भारत का किसान है. डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि हमें शिक्षा के साथ-साथ किसानों के लिए व्यावहारिक समाधान भी ढूंढने होंगे, जिससे किसानों को सीधे फायदा हो सके. शोभित यूनिवर्सिटी और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ के संयुक्त रूप से की गई इस पहल को सराहनीय बताया.
स्टूडेंट्स किसान के साथ बिताएं कुछ समय
केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने स्टूडेंट्स से अनुरोध करते हुए कहा कि वह कुछ समय किसान के साथ खेत पर जाकर काम करें. खेत पर किसानों से जुड़ी समस्याएं एवं जमीनी हकीकत को समझें. उन्होंने कहा कि हमें सोचना होगा कि किस प्रकार किसान और उपभोक्ता के बीच के लोगों को हटाया जाए. उन्होंने कहा कि भारत में आज भी मार्केटिंग का कोई बेहतर सेटअप नहीं है. उन्होंने वेबिनार में शामिल विशेषज्ञों से कहा कि वह एक ऐसा सुझाव दें, जिससे किसान को उसकी लागत का सही मूल्य मिल सके और वह उस सुझाव को पूरे भारत में लागू करवा सकें.
कृषि और टेक्नोलॉजी पर फोकस की जरूरत
वेबिनार में बोलते हुए शोभित यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि आज हमें कृषि और टेक्नोलॉजी पर फोकस करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था (लैब टू लैंड) यानी अनुसंधान प्रयोगशालाओं से सीधे खेतों तक जाए, जिससे किसानों को उसका फायदा मिल सके. उन्होंने बताया कि शोभित यूनिवर्सिटी में इस स्तर पर कार्य हो रहे हैं. इसको और बेहतर करने के लिए सरकार की मदद की भी आवश्यकता होगी.
ये रहे वेबिनार में मौजूद
कार्यक्रम में प्रोफेसर जेएस संधू पूर्व एग्रीकल्चर कमिश्नर एवं कुलपति एसकेएंनएयू राजस्थान, प्रोफेसर एम मोनी पूर्व महानिदेशक एनआईसी प्रोफेसर एमेरिटस, प्रोफेसर एमपी यादव पूर्व डायरेक्टर आईवीआरआई एवं पूर्व कुलपति सरदार वल्लभभाई पटेल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर पीएल गौतम चीफ एडवाइजर पतंजलि एजुकेशन फाउंडेशन एवं पूर्व कुलपति जीबी पंत एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, प्रो. डीआर सिंह कुलपति चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कानपुर, प्रो. आरके मित्तल कुलपति सरदार बल्लभ भाई पटेल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर संजीव कपूर आईआईएम लखनऊ आदि मौजूद रहे.