मेरठः फलवादा थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक युवक को उसके परिजन चारपाई पर लेकर एसएसपी दफ्तर पहुंचे और हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन करने पर उसे गोली मारी गई थी. घायल युवक का काफी समय से उपचार चल रहा है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में हमलावरों को गिरफ्तार करने के बजाए बचाने में लगी है.
फलावदा थाना क्षेत्र के नैडू गांव के कई लोग एक व्यक्ति को साथ लेकर एसएसपी दफ्तर पहुंचे और हंगामा करने लगे. परिजनों का आरोप है कि चुनावी रंजिश में उनके परिवार पर गांव के ही दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने 16 जून को जान से मारने की नीयत से हमला बोला था. हमले में परिवार के राजन को रीढ़ की हड्डी में गोली लगी थी, जबकि कई अन्य सदस्यों को गंभीर चोटें आई थी. परिजनों का कहना है कि तब से अब तक परिजन राजन का उपचार करा रहे हैं.
परिजनों का कहना है कि राजन के पैरों ने काम करना बंद कर दिया है. गोली रीढ़ की हड्डी में लगी हुई है. एसएसपी दफ्तर में परिवार के सदस्यों ने फलावदा थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि थाना पुलिस इस मामले में हमलावरों का साथ दे रही है. उनका कहना है कि हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस उनकी गिरफ्तारी तक नहीं कर रही है.
एसएसपी दफ्तर में आईपीएस अधिकारी विवेक यादव ने सभी लोगों की बात ध्यान से सुनी और उन्हें भरोसा दिलाया कि जो भी न्यायसंगत है, वह कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि परिजनों को समझाया गया है कि पीड़ित परिवार के कहने पर उनके मामले में पुलिस ने विवेचना भी दूसरे थाने को ट्रांसफर की थी. लोगों ने एसएसपी दफ्तर में इस दौरान काफी हंगामा किया. फिलहाल पुलिस के अधिकारियों ने यथाशीघ्र कार्रवाई करने को सीओ मवाना को आदेश दिए हैं.
पीड़ित परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अल्टीमेटम भी दिया है कि अगर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शीघ्र एक्शन नहीं लिया तो वे अपनी जान दे देंगे. बता दें कि आरोपी आदेश को पुलिस जेल भेज चुकी है, जबकि परिजनों का आरोप है कि तीन आरोपी अभी भी बाहर हैं और परिवार को फरार चल रहे लोकेश, प्रेम सिंह और रामफल से जान का खतरा है.
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