ETV Bharat / state

किसान की बेटी ने बनाई सबसे सस्ती मिल्क टेस्टिंग किट, सिर्फ 5 मिनट में मिलावट का लग जाएगा पता

मेरठ में किसान की बेटी ने खास मिल्क टेस्टिंग किट (milk testing kit) बनाई है. जिससे 5 मिनट में दूध में किसी भी तरह की मिलावट का पता किया जा सकता है. यह किट बहुत सस्ती है.

किसान की बेटी ने बनाई खास मिल्क टेस्टिंग किट
किसान की बेटी ने बनाई खास मिल्क टेस्टिंग किट
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 28, 2023, 9:00 PM IST

मेरठ में किसान की बेटी ने बनाई मिल्क टेस्टिंग किट खास

मेरठ: दूध आज की हर घर की जरूरत है. अक्सर लोग यह जानना चाहते है कि उनके घर में जो दूध आ रहा है, उसका गुणवत्ता क्या है. उसमें किसी प्रकार की कोई मिलावट तो नहीं हैं. लेकिन, दूध टेस्टिंग किट आसानी से नहीं मिलती है और अगर मिलती भी है तो वह मंहगी होती है. जिसे मध्यम वर्ग के परिवार खरीदते नहीं हैंं. इसीलिए दूध की टेस्टिंग को आसान बनाने के लिए मेरठ की विशाखा गोस्वामी ने मिल्क टेस्टिंग किट बनाई है. इस किट के जरिए आसानी से दूध में हुई मिलावट का पता लगाया जा सकता है.

एक साल के शोध के बाद विशाखा को किट बनाने में सफलता मिली
एक साल के शोध के बाद विशाखा को किट बनाने में सफलता मिली

एक साल में बनाई किटः विशाखा ने बताया कि उन्होंने दूध में मिलावट चेक करने की खास किट बनाई है. जिससे कोई भी व्यक्ति आसानी से इस्तेमाल कर सकता है. पांच मिनट के अंदर ही किट बता देती देगी कि दूध में मिलावट है या नहीं. विशाखा बताती हैं दूध में सबसे ज्यादा मिलावट फॉर्मलीन, अमोनिया, स्टार्च, बेकिंग सोडा, न्यूट्रलाइज, यूरिया और डिटर्जेंट की जाती है. जिसे यह किट कुछ मिनट के बाद बता देती है. विशाखा ने बताया कि इस किट को पूर्ण रूप से तैयार करने से पहले उन्होने लैब में कई बार टेस्टिंग की. इसीलिए किट को तैयार करने में पूरा एक साल का समय लग गया. एक साल तक किट के अलग-अलग पहलुओं पर काम किया.

विशाखा वर्तमान में बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी कर रही हैं
विशाखा वर्तमान में बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी कर रही हैं

किट की कीमत सिर्फ 50 रुपयेः विशाखा का कहना है कि बाजार में मिल्क टेस्टिंग किट कम से कम 1000 रुपये या उससे अधिक में आती है. ऐसे में अगर कोई उपभोक्ता अपने घर पर सस्ते दाम और कम समय में दूध की जांच करने की सोचे तो वह नहीं करेगा. क्योंकि मिल्क टेस्टिंग किट महंगी आती है और इससे वह उन रूपयों से दूसरे काम करने की सोचेगा. विशाखा की बनाई मिल्क टिस्टिंग किट की कीमत 50 रुपए है. जिसे उन्होंने बाजार में लॉन्च कर दिया है. इस किट से लोग आसानी से अपने घर पर ही दूध की गुणवत्ता की जांच कर सकते हैं.

इस किट के माध्यम से 5 मिनट में मिलावट का पता चल जाता है
इस किट के माध्यम से 5 मिनट में मिलावट का पता चल जाता है

एक साल तक किया रिसर्चः विशाखा का कहना है कि महीने में एक या दो बार 50 रुपए खर्च करके ग्राहक अगर अपने घर आने वाले दूध की जांच करेंगे तो निश्चित ही दूधिया दूध में किसी भी प्रकार की मिलावट करने से बचेगा. किट बनाने के लिए सबसे पहले उन्होंने दूध में मिलाई जाने वाले पदार्थों की लिस्ट बनाई. जिसपर उन्होंने एक साल तक रिसर्च की. जब वह जान गई कि सबसे ज्यादा मिलावट किस स्तर पर हो रही है, तब उन्होंने सस्ती मिल्क टेस्टिंग किट तैयार की. इस दौरान एक कंपनी का साथ भी मिल गया है. जिसने उनके फॉर्मूले से बनी किट को बाजार में उतारा है. विशाखा का अगला लक्ष्य उन्य मिल्क प्रोडक्ट में मिलावट पता करने वाली किट तैयार करना है. विशाखा ने बताया कि वह इस किट को और अधिक एडवांस बनाने पर काम कर रही है. अभी इस किट से नमक, डिटर्जेंट, फॉर्मलीन स्टार्च, अमोनिया और बेकिंग सोडा आदि का आसानी से पता लगा सकते हैं.

शोभित विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही विशाखाः गौरतलब है, विशाखा गोस्वामी मूल रूप से बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद ब्लॉक की रहने वाली हैं. उनके पिता खेती किसानी करते हैं. वह विशाखा को उनकी इच्छा के अनुसार पढ़ा रहे हैं. वहीं, उनकी मां एक निजी अस्पताल में नर्स हैं. विशाखा मेरठ के शोभित विश्वविद्यालय से बायोटेक्नोलॉजी विषय में पीएचडी कर रही हैं. वहीं, शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जयानन्द कहते हैं कि विशाखा बेहद ही मेहनती है. अभी वह अन्य मिल्क प्रोडक्ट में मिलावट को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं. निश्चित ही उसे इस दिशा में भी सफलता मिलेगी.

यह भी पढ़ें: Students Stress Level : स्टूडेंट्स के स्ट्रेस को खत्म करने के लिए विदेशी दे रहे खास ट्रेनिंग, आप भी जानिए


यह भी पढ़ें: मेरठ के इस संस्थान में होगा रुद्राक्ष के रहस्य और शक्तियों पर अध्ययन, दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रुद्राक्ष मेला

मेरठ में किसान की बेटी ने बनाई मिल्क टेस्टिंग किट खास

मेरठ: दूध आज की हर घर की जरूरत है. अक्सर लोग यह जानना चाहते है कि उनके घर में जो दूध आ रहा है, उसका गुणवत्ता क्या है. उसमें किसी प्रकार की कोई मिलावट तो नहीं हैं. लेकिन, दूध टेस्टिंग किट आसानी से नहीं मिलती है और अगर मिलती भी है तो वह मंहगी होती है. जिसे मध्यम वर्ग के परिवार खरीदते नहीं हैंं. इसीलिए दूध की टेस्टिंग को आसान बनाने के लिए मेरठ की विशाखा गोस्वामी ने मिल्क टेस्टिंग किट बनाई है. इस किट के जरिए आसानी से दूध में हुई मिलावट का पता लगाया जा सकता है.

एक साल के शोध के बाद विशाखा को किट बनाने में सफलता मिली
एक साल के शोध के बाद विशाखा को किट बनाने में सफलता मिली

एक साल में बनाई किटः विशाखा ने बताया कि उन्होंने दूध में मिलावट चेक करने की खास किट बनाई है. जिससे कोई भी व्यक्ति आसानी से इस्तेमाल कर सकता है. पांच मिनट के अंदर ही किट बता देती देगी कि दूध में मिलावट है या नहीं. विशाखा बताती हैं दूध में सबसे ज्यादा मिलावट फॉर्मलीन, अमोनिया, स्टार्च, बेकिंग सोडा, न्यूट्रलाइज, यूरिया और डिटर्जेंट की जाती है. जिसे यह किट कुछ मिनट के बाद बता देती है. विशाखा ने बताया कि इस किट को पूर्ण रूप से तैयार करने से पहले उन्होने लैब में कई बार टेस्टिंग की. इसीलिए किट को तैयार करने में पूरा एक साल का समय लग गया. एक साल तक किट के अलग-अलग पहलुओं पर काम किया.

विशाखा वर्तमान में बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी कर रही हैं
विशाखा वर्तमान में बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी कर रही हैं

किट की कीमत सिर्फ 50 रुपयेः विशाखा का कहना है कि बाजार में मिल्क टेस्टिंग किट कम से कम 1000 रुपये या उससे अधिक में आती है. ऐसे में अगर कोई उपभोक्ता अपने घर पर सस्ते दाम और कम समय में दूध की जांच करने की सोचे तो वह नहीं करेगा. क्योंकि मिल्क टेस्टिंग किट महंगी आती है और इससे वह उन रूपयों से दूसरे काम करने की सोचेगा. विशाखा की बनाई मिल्क टिस्टिंग किट की कीमत 50 रुपए है. जिसे उन्होंने बाजार में लॉन्च कर दिया है. इस किट से लोग आसानी से अपने घर पर ही दूध की गुणवत्ता की जांच कर सकते हैं.

इस किट के माध्यम से 5 मिनट में मिलावट का पता चल जाता है
इस किट के माध्यम से 5 मिनट में मिलावट का पता चल जाता है

एक साल तक किया रिसर्चः विशाखा का कहना है कि महीने में एक या दो बार 50 रुपए खर्च करके ग्राहक अगर अपने घर आने वाले दूध की जांच करेंगे तो निश्चित ही दूधिया दूध में किसी भी प्रकार की मिलावट करने से बचेगा. किट बनाने के लिए सबसे पहले उन्होंने दूध में मिलाई जाने वाले पदार्थों की लिस्ट बनाई. जिसपर उन्होंने एक साल तक रिसर्च की. जब वह जान गई कि सबसे ज्यादा मिलावट किस स्तर पर हो रही है, तब उन्होंने सस्ती मिल्क टेस्टिंग किट तैयार की. इस दौरान एक कंपनी का साथ भी मिल गया है. जिसने उनके फॉर्मूले से बनी किट को बाजार में उतारा है. विशाखा का अगला लक्ष्य उन्य मिल्क प्रोडक्ट में मिलावट पता करने वाली किट तैयार करना है. विशाखा ने बताया कि वह इस किट को और अधिक एडवांस बनाने पर काम कर रही है. अभी इस किट से नमक, डिटर्जेंट, फॉर्मलीन स्टार्च, अमोनिया और बेकिंग सोडा आदि का आसानी से पता लगा सकते हैं.

शोभित विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही विशाखाः गौरतलब है, विशाखा गोस्वामी मूल रूप से बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद ब्लॉक की रहने वाली हैं. उनके पिता खेती किसानी करते हैं. वह विशाखा को उनकी इच्छा के अनुसार पढ़ा रहे हैं. वहीं, उनकी मां एक निजी अस्पताल में नर्स हैं. विशाखा मेरठ के शोभित विश्वविद्यालय से बायोटेक्नोलॉजी विषय में पीएचडी कर रही हैं. वहीं, शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जयानन्द कहते हैं कि विशाखा बेहद ही मेहनती है. अभी वह अन्य मिल्क प्रोडक्ट में मिलावट को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं. निश्चित ही उसे इस दिशा में भी सफलता मिलेगी.

यह भी पढ़ें: Students Stress Level : स्टूडेंट्स के स्ट्रेस को खत्म करने के लिए विदेशी दे रहे खास ट्रेनिंग, आप भी जानिए


यह भी पढ़ें: मेरठ के इस संस्थान में होगा रुद्राक्ष के रहस्य और शक्तियों पर अध्ययन, दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रुद्राक्ष मेला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.