मऊ: जिले के कई स्थानों पर अवैध खनन से तालाब नुमा गहरे गड्ढे बन गए हैं जो लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं, जिसका दंश शुक्रवार को देखने को मिला. कोपागंज थाना क्षेत्र स्थित यूसुफपुर गांव में अवैध से हुए गड्ढे में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई. पुलिस छानबीन में जुटी है.
दरअसल, यूसुफपुर गांव के रहने वाले राम आशीष के घर इन दिनों उनके रिश्तेदार परिवार संग आए हुए हैं. शुक्रवार की सुबह राम आशीष का 7 वर्षीय बेटा शुभम अपने रिश्तेदार के बेटे अनिल और तनु के साथ खेलते-खेलते अवैध खनन से बने गड्ढे की ओर चले गए. इस वक्त गड्ढे बारिश की वजह से लबालब हैं. तभी, खेलते-खेलते एक बच्चा गड्ढे में फिसल गया और वह डूबने लगा. उसे बचाने के चक्कर में एक-एक करके दोनों बच्चे भी पानी में चले गए और देखते ही देखते तीनों पानी में डूब गए.
इसी दौरान एक ग्रामीण की उन पर नजर पड़ी. वह शोर मचाता हुआ गड्ढे के पास पहुंचा. उसकी आवाज सुनकर अन्य ग्रामीण भी वहां पहुंच गए. आनन-फानन में सभी ने डूबे हुए तीनों बच्चों को पानी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी. ग्रामीणों का कहना है कि यहां खनन माफिया का दबदबा है. एक्सप्रेस-वे निर्माण और सड़क चौड़ीकरण के दौरान अवैध रूप से मिट्टी की सप्लाई होती है. खनन से बने गड्ढों में बारिश का पानी भर जाता है, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है. गौर करने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी दुर्घटनाएं होने के बाद भी आज भी क्षेत्र में कई तालाब वैसी ही स्थिति में हैं जैसे मौतों से पहले थे. जो पानी से लबालब हैं जो फिर से आम लोगों की मौत का कारण बन सकते हैं. हालांकि, सीओ नरेश कुमार ने जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही है.
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