मथुराः नया वर्ष कोविड-19 वैक्सीन के रूप में उम्मीद की किरण लेकर आया है. भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का सामना करने के लिए टीकाकरण प्रारंभ हो गया है. जनपद में भी टीकाकरण किया जा रहा है. प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जा रहा है लेकिन टीकाकरण के बाद कुछ लोगों को बुखार, चक्कर और बेहोशी जैसी समस्याएं सामने आई हैं. जिस पर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह मामूली परेशानियां हैं, जो कुछ समय बाद ठीक हो जाती है. इनसे घबराने की जरूरत नहीं है.
नोडल अधिकारी ने दी जानकारी
नोडल अधिकारी डॉक्टर भूदेव सिंह ने बताया कि जनपद में कोविड-19 वैक्सीन का टीकाकरण लगातार चल रहा है. 28 तारीख को हमारा तीसरा चरण है. इससे पहले 16 और 22 को हमारे टीकाकरण के दो सत्रों हो चुके हैं. जिसमें हमारे करीब 2200 के करीब टारगेट था. लाभार्थी उनमें से 1974 के लगभग लोगों का टीकाकरण हो चुका है.
27 सेशन में कवर होंगे सभी हेल्थ वर्कर
नोडल अधिकारी ने कहा कि इस फेज में हमारा 27 सेशन है. इनमें बचे हुए हेल्थ केयर वर्कर जल्द से जल्द कवर करने की कोशिश की जा रही है. पहले हम हर स्टेशन पर 100 लोगों को ले रहे थे लेकिन अब हम उस की संख्या बढ़ाने जा रहे हैं. यह जो हमारी बची हुई संख्या है इस सेशन में और फरवरी के फर्स्ट वीक में उसको कवर कर लेंगे.
चक्कर और बुखार आने पर घबराएं नहीं
नोडल अधिकारी ने बताया कि जनपद में कोई भी बड़ा मामला सामने नहीं आया है. छोटे-मोटे मामले से जरूर सामने आए हैं. वैक्सीन लगने के बाद अगर बुखार आता है इसका मतलब यह होता है कि वैक्सीन कुछ कार्य कर रही है. कभी-कभी वैक्सीन के डर के कारण भी लोगों को चक्कर आ जाते हैं और वह बेहोश हो जाते हैं. लोग कोविड-19 वैक्सीन के कारण नहीं डर और दहशत के कारण बेहोश हो जा रहे हैं.