मथुरा : विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) कार्यकर्ता शुक्रवार को सड़कों पर उतर आए. भाकियू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मथुरा में टेंक चौराहे से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकालकर विरोध जताया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. महंगाई व अन्ना जानवरों की समस्याओं सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर निशाना साधा.
प्रदर्शन कर रहे भाकियू कार्यकर्ताओं का कहना है कि आवारा पशुओं ने किसानों की नींद उड़ा रखी है. वहीं दूसरी तरफ किसान डीएपी की किल्लत से जूझ रहे हैं. लंबे समय से किसान कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मांग कर रहे हैं. लेकिन केंन्द्र सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है. प्रदर्शन कर रहे अंबावता से भाकियू के मंडल अध्यक्ष लेखराज चौधरी ने किसानों की समस्याओं का मुद्दा बनाकर केंन्द्र व प्रदेश सरकार को जमकर घेरा.
उन्होंने कहा कि किसानों के पास वैसे भी कुछ नहीं है, यदि किसान कुछ कमाने के लिए खेती करता है तो आवारा पशु किसानों की फसलें बर्बाद कर देते हैं. सरकार के पास अन्ना जानवरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. अन्ना जानवरों के लिए बनाई गईं गौशाला केवल नाम मात्र के लिए हैं. भाकियू मंडल अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा समय में किसानों को उतित मात्रा में खाद नहीं मिल रही है. मथुरा जनपद के जिला कृषि अधिकारी एसी के कमरों में आराम फरमा रहे हैं.
लेखराज चौधरी ने कहा कि किसान खाद के लिए सड़कों पर आ चुकी है, लेकिन गूंगी-बहरी सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है. उन्होंने कहा कि किसान ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए तैयार हैं. ड्यूटी पर तैनात नगर क्षेत्राधिकारी अभिषेक तिवारी ने बताया कि किसानों की कुछ मांगे हैं. इसी संबंध में प्रदर्शन किया जा रहा है.
पुलिस के स्तर से जो भी सुरक्षा के इंतजाम होने थे, वह किए गए हैं. किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहने वाला है अगर किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना होती है तो उसके लिए पुलिस द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है.
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