मैनपुरी/अंबेडकरनगर: आठ सूत्रीय मांगों को लेकर 3 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे लेखपाल एस्मा की कार्रवाई के बाद भी धरने को समाप्त नहीं कर रहे हैं. लेखपाल नुमाइश पंडाल में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. उनकी 8 सूत्रीय मांगे हैं जिसमें वेतन विसंगति को दूर करने से लेकर पेंशन की महंगाई भत्ते की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.
2016 से सरकार लगातार आश्वासन तो दे रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने अमल नहीं किया है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे. चाहे एस्मा लगाया जाए, हम नहीं हटने वाले.
विजेंद्र सिंह यादव, प्रांतीय सह सचिव आगरा मंडल
अंबेडकरनगर: प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर गत एक सप्ताह से धरने पर बैठे लेखपालों पर जिला प्रशासन सख्त हो गया है. डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए इन लेखपालों के विरुद्ध एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज कराकर सेवा से बर्खास्त करने का निर्देश दिया है. डीएम ने कहा कि पहले लेखपालों से निपट लें फिर देखते हैं कि किसानों को राहत कैसे नहीं मिलती है. 11 मुद्दों को लेकर लेखपालों का धरना चल रहा है जिसकी वजह से किसानों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. खास कर धान बेचने के लिए सत्यापन की समस्या हो रही है. जिला प्रशासन के तल्ख तेवरों के बावजूद लेखपाल संघ पीछे हटने पर तैयार नहीं दिखा और पूरे दिन धरना स्थल पर जमा रहे है.
धरना दे रहे लेखपालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उनकी सेवा समाप्त होगी. सबसे पहले संगठन के अध्यक्ष और मंत्री को बर्खास्त किया जाएगा.
राकेश कुमार, डीएम