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रिटायर्ड डॉक्टर की मौत के मामले ने पकड़ा तूल तो अधिवक्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार, कार्रवाई की मांग - hindi news

मामला महोबा जिले के खरेला कस्बे का है. बताया जाता है कि यहां के डॉ. रामगोपाल सिंह को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में जमीन अधिग्रहण होने पर मुआवजा मिला था. इसी बीच खरेला थाना क्षेत्र के आवेश तिवारी जिसने व्यापार में घाटा होने व बेटी की शादी के लिए रामगोपाल सिंह से 34 लाख उधार लिए थे. इस उधार को अब डॉ. रामगोपाल सिंह ने वापस मांगा. इस पर आवेश तिवारी ने उन्हें 17 लाख के 2 चेक दिए जो बाउंस हो गए..

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Published : Oct 27, 2021, 6:52 PM IST

महोबा : रिटायर्ड डॉक्टर की मौत के मामले ने जिले में एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. गत मंगलवार को अधिवक्ताओं ने एसपी से मिलकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की थी. वहीं, बुधवार को अधिवक्ता समिति ने कार्य बहिष्कार कर हड़ताल का एलान कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की.

यह भी पढ़ेः यूपीडा के सीईओ ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्यों की समीक्षा की, दिए ये निर्देश

मामला महोबा जिले के खरेला कस्बे का है. बताया जाता है कि यहां के डॉ. रामगोपाल सिंह को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में जमीन अधिग्रहण होने पर मुआवजा मिला था. इसी बीच खरेला थाना क्षेत्र के आवेश तिवारी जिसने व्यापार में घाटा होने व बेटी की शादी के लिए रामगोपाल सिंह से 34 लाख उधार लिए थे. इस उधार को अब डॉ. रामगोपाल सिंह ने वापस मांगा. इस पर आवेश तिवारी ने उन्हें 17 लाख के 2 चेक दिए.

कैश कराने के लिए बैंक में दोनों चेकों को डाला गया तो वे बाउंस हो गए. इसके बाद डाॅ. रामगोपाल ने आवेश तिवारी के खिलाफ चेक बाउंस का मुकदमा पंजीकृत कराया. मुकदमें की तारीख करने न्यायिक मजिस्ट्रेट चरखारी कोर्ट में गए हुए थे.

आरोप है कि वहां कोर्ट की तारीख पर आए आवेश तिवारी ने अपने परिजनों के साथ रिटायर्ड डॉक्टर रामगोपाल सिंह को जानमाल की धमकी दे डाली. दावा किया जा रहा है कि धमकी सुनकर रामगोपाल सदमे में आ गए और उनकी मौत हो गई. पुलिस और एसपी से इसकी शिकायत की गई है. उधर, पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.

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महोबा : रिटायर्ड डॉक्टर की मौत के मामले ने जिले में एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. गत मंगलवार को अधिवक्ताओं ने एसपी से मिलकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की थी. वहीं, बुधवार को अधिवक्ता समिति ने कार्य बहिष्कार कर हड़ताल का एलान कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की.

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मामला महोबा जिले के खरेला कस्बे का है. बताया जाता है कि यहां के डॉ. रामगोपाल सिंह को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में जमीन अधिग्रहण होने पर मुआवजा मिला था. इसी बीच खरेला थाना क्षेत्र के आवेश तिवारी जिसने व्यापार में घाटा होने व बेटी की शादी के लिए रामगोपाल सिंह से 34 लाख उधार लिए थे. इस उधार को अब डॉ. रामगोपाल सिंह ने वापस मांगा. इस पर आवेश तिवारी ने उन्हें 17 लाख के 2 चेक दिए.

कैश कराने के लिए बैंक में दोनों चेकों को डाला गया तो वे बाउंस हो गए. इसके बाद डाॅ. रामगोपाल ने आवेश तिवारी के खिलाफ चेक बाउंस का मुकदमा पंजीकृत कराया. मुकदमें की तारीख करने न्यायिक मजिस्ट्रेट चरखारी कोर्ट में गए हुए थे.

आरोप है कि वहां कोर्ट की तारीख पर आए आवेश तिवारी ने अपने परिजनों के साथ रिटायर्ड डॉक्टर रामगोपाल सिंह को जानमाल की धमकी दे डाली. दावा किया जा रहा है कि धमकी सुनकर रामगोपाल सदमे में आ गए और उनकी मौत हो गई. पुलिस और एसपी से इसकी शिकायत की गई है. उधर, पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.

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