महोबाः योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति महोबा जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है, जिसका ताजा उदाहरण मध्यान्ह भोजन योजना में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल के रूप में सामने आया है. इसका पर्दाफाश उस समय हुआ जब पचपहरा ग्राम प्रधान के फर्जी दस्तखत करके एमडीएम की चेक के माध्यम से तीन लाख रुपये निकालने का प्रयास प्रधानाचार्य द्वारा किया गया. यह आरोप ग्राम प्रधान ने लगाया है और प्रधानाध्यापक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कोतवाली में तहरीर भी दी है. फिलहाल इस फर्जीवाड़े से बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है. मामला संज्ञान में आते ही आनन-फानन में बीएसए ने जांच के आदेश दे दिए.
सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सरकार एमडीएम योजना चलाकर बच्चों को भोजन दे रही है, लेकिन इस योजना का क्रियान्वयन करने बाले बच्चों की रोटी गटक जा रहे हैं. फर्जीवाड़ा करके रकम हड़पने में लगे हुए हैं, जिसका खुलासा महोबा जिले के पचपहरा ग्राम प्रधान तेज प्रताप यादव ने किया है.
दरअसल प्राइमरी विद्यालय पचपहरा में मध्यान्ह भोजन खाता ग्राम प्रधान तेजप्रताप यादव और स्कूल की प्रिंसिपल उतरा देवी कुशवाहा का संयुक्त खाता नम्बर 59001276471 एमडीएम इलाहाबाद बैंक महोबा में है. ग्राम प्रधान का आरोप है कि जूनियर हाई स्कूल पचपहरा के प्रिंसिपल सुभाष यादव ने ग्राम प्रधान की फर्जी साइन करके तीन लाख रुपये का चेक भरकर उतरा देवी कुशवाहा के सहयोग से निकालने का प्रयास किया, लेकिन पैसा निकलने से पहले ही इसका भंडाफोड़ हो गया और ग्राम प्रधान ने उतरा देवी कुशवाहा और सुभाष यादव के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
इस मामले में बीएसए महेश प्रताप यादव ने बताया कि हमारे संज्ञान में अभी मामला आया है. इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी से कराकर कठोर कार्रवाई की जाएगी.