लखीमपुर खीरी : मझगईं थाना क्षेत्र के हुलासी पुरवा में पुलिस कस्टडी में रामचंद्र मौर्य की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. शुक्रवार को अपना दल कमेरावादी की नेता और विधायक डाॅ. पल्लवी पटेल हुलासीपुरवा गांव पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों का निलंबन कर कार्रवाई की मांग की है. मझगईं थाना क्षेत्र के हुलासी पुरवा गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
इस दौरान डॉ. पल्लवी पटेल ने कहा कि पुलिस लीपापोती का काम कर रही है. उन्होंने परिजनों से मुलाकात के दौरान घटना की पूरी जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने एसपी से फोन पर बात कर दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने की मांग की. उन्होंने मांग पूरी न होने तक कलक्ट्रेट में धरना देने की बात कही. सीओ और इंस्पेक्टर के वायरल वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर देना चाहिए. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार परिवार को 50 लाख का मुआवजा दे. उन्होंने कहा कि वह सरकारी नौकर हैं, खुद सरकार नहीं.
शनिवार को पहुंचेंगे स्वामी प्रसाद मौर्य : मृतक रामचन्दर मौर्य की कथित पुलिस पिटाई से मौत के आरोपों के बीच पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी 11 जनवरी को निघासन पहुंचेंगे और पीड़ित परिवार से मिलेंगे. इसके अलावा सपा का एक डेलीगेशन 12 जनवरी को निघासन पहुंचेगा. डेलीगेशन रामचन्द्र मौर्य के परिजनों से मुलाकात करेगा.
ये था मामला : मझगईं थाना क्षेत्र के हुलासी पुरवा गांव निवासी रामचंद्र बीते छह जनवरी को गांव के कुछ लोगों के साथ करीब छह किलोमीटर दूर जंगल में जलौनी की लड़की बीनने गया था. परिजनों ने पुलिस पर रामचंद्र की पिटाई का आरोप लगाया था. इसके बाद मंगलवार को शव के पोस्टमार्टम के बाद शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन भी किया था. परिजनों का कहना था कि रामचंद्र की मौत हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई थी. वहीं पुलिस के अनुसार, छापेमारी के दौरान रामचंद्र मौर्य भाग रहा था. इसी दौरान हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक रामचन्द्र शराब तस्करी करता था. सीओ का वीडियो वायरल होने के बाद वीडियो को X पर पोस्ट कर प्रियंका गांधी और चन्द्रशेखर आजाद ने यूपी पुलिस की कार्यशैली और भाजपा सरकार पर निशाना साधा था. अखिलेश यादव ने भी एक्स पर सीओ का वीडियो पोस्ट किया था और भाजपा सरकार को संवेदनहीन बताया था.