वाराणसी: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर शनिवार को जिले के दौरे पर पहुंचे. राजभर ने हरहुआ स्थित दी भारत सेलिब्रेशन बैंकेट लॉन में समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया.
मंत्री राजभर ने मंच देखकर जिला अध्यक्ष सहित वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का क्लास लगा दी. उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में इतना बड़ा मंच पहली बार कर रहें है. हम लोग समीक्षा बैठक में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा करना था. जिसमें टेबल लगाकर एक दूसरे से सहमति से करना था. वहीं, वाराणसी के कार्यकर्ताओं से नाराजगी व्यक्त की.
इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान ओमप्रकाश राजभर ने महाकुंभ मेले में स्नान के बाद गाड़ी न मिलने पर नाराजगी के पर कहा कि नाराजगी जैसी कोई बात नहीं थी. ओमप्रकाश राजभर ने महाकुंभ में कैबिनेट के गंगा स्नान और बैठक लेकर कहा कि विरोधियों का विरोध करना काम है. हम लोगों का काम है अपना काम करना. प्रयागराज की ट्रैफिक की समस्या को लेकर गंगा, जमुना में चार पुल बनाने की तैयारी है. गंगा एक्सप्रेस को वाराणसी से चंदौली होते हुए गाजीपुर तक ले जाने का प्रस्ताव है. उन्होंने आगे कहा कि ये परम्परा है, जो शुरू से होता आ रहा है. कांग्रेस ने पहली बार प्रयागराज में कैबिनेट की बैठक की थी, उसके बाद किसी की हिम्मत नहीं हुई है. अब एनडीए सरकार ने किया है. यह कोई नया काम नहीं है.
महाकुंभ में कैबिनेट मंत्रियों के स्नान के दौरान गाड़ी को लेकर नाराजगी के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मंत्रियों को लाने के जाने के लिए पांच गाड़िया लगी थीं. चार गाड़ियां निकल चुकी थी, जबकि एक गाड़ी बची हुई थी. इस गाड़ी में और लोग बैठ गए थे, उसको रोकने के लिए और बोला कि जबतक राजभर मंत्री नहीं जायेगे, तब तक गाड़ी कैसे जायेगी. महंत राजूदास के टिप्पणी को लेकर कहा कि मुलायम सिंह यादव देश के रक्षा मंत्री के साथ चार बार के मुख्यमंत्री थे. वो पिछड़ों के बड़े नेता थे. ऐसी टिप्पणी शोभनीय नहीं है.