महराजगंज: गांव के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार जहां विभिन्न योजनाओं को संचालित कर पानी की तरह पैसा बहा रही है. वहीं, जनता द्वारा चुने गए प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी सरकार की ओर से सरकारी योजनों के लिए जारी बजट को बंदरबांट करने में जुटे हुए हैं. जिले के पनियरा ब्लॉक के ग्राम सभा खजुरियां में सामुदायिक शौचालय रख-रखाव और खराब इंडिया मार्का हैंडपंप मरम्मत के लिए आए सरकारी धन का गोलमाल करने का मामला सामने आया है. ETV BHARA ने ग्राम सभा खजुरियां में पहुंचकर पड़ताल की तो ग्रामीणों ने प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की पोल खोली.
गांव के खराब इंडिया मार्का हैंडपंप मरम्मत के नाम पर 6 जुलाई को 54400 और 48100 रुपये, 12 जुलाई को 45125 रुपये, सात्विक इन्टर प्राइजेजे फर्म को भुगतान किया गया है. लेकिन विकास कार्यो का जमीनी हकीकत कुछ और ही है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में आज भी इंडिया मार्का हैंड पम्प खराब पड़े हुए है. जिसके कारण दूषित जल पीने के लिए मजबूर है. वहीं, गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. नालियां जाम है और जल जमाव होने से दुर्गंध उठ रहा है.
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ग्रामीणों का कहना है कि गांव में न तो किसी दवा का छिड़काव कराया गया है. इसके साथ ही किसी भी स्थान पर चूना-ब्लीचिंग पाउडर नहीं डाला गया है. जबकि कागजों में स्वच्छता सामाग्री क्रय के नाम पर 1 लाख 3 हजार दो सौ पचीस रुपये खर्च किया गया है. इसी प्रकार से इंडिया मार्का हैंडपंप मरम्मत के नाम पर 1 लाख 48 हजार छ: सौ पचीस रूपये कागजों में खर्च किया गया है. जो अपने आप में जांच का विषय है. ऐसे में गांव का सर्वांगीण विकास कैसे होगा. यह ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि इसकी जांच करा कर कार्रवाई की जायेगी. दोषियों को बक्शा नही जाएगा.