महराजगंज: जिले में लाॅकडाउन के कारण किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. तरबूज, खीरे जैसी फसलें खेतों में तैयार हैं, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. इस वजह से किसानों को फसलों की लागत निकालना भी मुश्किल लग रहा है.
जिले में तरबूज, खीरा, लौकी जैसी सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को इस बार मुनाफे की उम्मीद थी, लेकिन लाॅकडाउन ने इन किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. इन्होंने इस फसल के सहारे परिवार का भरण पोषण और बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के सपने संजोए थे.
जिले के पनियरा ब्लाक के ग्राम सभा कुआचांप गांव के पूर्व प्रधान वीरेन्द्र निषाद ने बताया की 5 एकड़ में तरबूज और खीरा लगाया है. इस वक्त तरबूज और खीरे का उत्पादन शुरू हो गया है, लेकिन लाॅकडाउन की वजह से बिक्री के लिए नहीं भेज पा रहे हैं. न ही व्यापारी गांव में आ रहे हैं. अगर यही आलम रहा तो शायद लागत निकलना भी मुश्किल हो जाएगा.