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लखनऊ: राजस्व वसूली में गिरावट को लेकर योगी सरकार चिंतित, उठाया बड़ा कदम

राजस्व वसूली में गिरावट को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार एक बार फिर चिंतित नजर आ रही है. मुख्य सचिव द्वारा जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में और एसीएस को प्रत्येक सप्ताह वसूली की समीक्षा कर लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं.

राजस्व वसूली में गिरावट.
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Published : Sep 17, 2019, 12:03 PM IST

लखनऊः विभागों की राजस्व वसूली घटने के बाद सरकार एक बार फिर से इस पूरे मामले पर चिंतित हैं. कई विभागों के राजस्व वसूली में गिरावट के बाद सरकार हरकत में आ गई है. मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में वसूली की नियमित समीक्षा करने के आदेश दिए हैं.

राजस्व वसूली में गिरावट को लेकर सरकार चिंतित.

राजस्व वसूली के लिए बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने एक महीने के भीतर राजस्व वसूली से जुड़े विभागों के लक्ष्य वसूली को लेकर अलग-अलग बैठकें भी की थी. बैठकों के बाद मालूम हुआ है कि कई विभाग और डीएम इस कार्य को प्राथमिकता के साथ नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से वसूली लक्ष्य में पिछड़ती जा रही है.

विभाग वार राजस्व वसूली का लक्ष्य
कई विभागों की राजस्व वसूली में भारी गिरावट के चलते सरकार एक्शन में आ गई. अब जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में और एसीएस को हर सप्ताह राजस्व वसूली की समीक्षा करके रिपोर्ट भेजनी होगी. प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 की विभाग वार राजस्व वसूली का लक्ष्य तय कर रखा है.

इसे भी पढ़ेंः- लखनऊ: स्वास्थ विभाग की एंटी लार्वा टीम कई विभागों और स्कूलों का किया दौरा

शासन के अफसरों से भी कहा गया है कि वह विभाग स्तर पर प्राप्तियों की साप्ताहिक समीक्षा करें और राजस्व वृद्धि के लिए सभी अहम कदम उठांए. इसी तरह जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले के उप जिलाधिकारियों और विभाग अधिकारियों के साथ हर 15 दिन पर वसूली की समीक्षा करें, जिससे की वसूली लक्ष्य में किसी भी तरह से विभाग पिछड़ने न पाए.

लखनऊः विभागों की राजस्व वसूली घटने के बाद सरकार एक बार फिर से इस पूरे मामले पर चिंतित हैं. कई विभागों के राजस्व वसूली में गिरावट के बाद सरकार हरकत में आ गई है. मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में वसूली की नियमित समीक्षा करने के आदेश दिए हैं.

राजस्व वसूली में गिरावट को लेकर सरकार चिंतित.

राजस्व वसूली के लिए बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने एक महीने के भीतर राजस्व वसूली से जुड़े विभागों के लक्ष्य वसूली को लेकर अलग-अलग बैठकें भी की थी. बैठकों के बाद मालूम हुआ है कि कई विभाग और डीएम इस कार्य को प्राथमिकता के साथ नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से वसूली लक्ष्य में पिछड़ती जा रही है.

विभाग वार राजस्व वसूली का लक्ष्य
कई विभागों की राजस्व वसूली में भारी गिरावट के चलते सरकार एक्शन में आ गई. अब जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में और एसीएस को हर सप्ताह राजस्व वसूली की समीक्षा करके रिपोर्ट भेजनी होगी. प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 की विभाग वार राजस्व वसूली का लक्ष्य तय कर रखा है.

इसे भी पढ़ेंः- लखनऊ: स्वास्थ विभाग की एंटी लार्वा टीम कई विभागों और स्कूलों का किया दौरा

शासन के अफसरों से भी कहा गया है कि वह विभाग स्तर पर प्राप्तियों की साप्ताहिक समीक्षा करें और राजस्व वृद्धि के लिए सभी अहम कदम उठांए. इसी तरह जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले के उप जिलाधिकारियों और विभाग अधिकारियों के साथ हर 15 दिन पर वसूली की समीक्षा करें, जिससे की वसूली लक्ष्य में किसी भी तरह से विभाग पिछड़ने न पाए.

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राजस्व कर की वसूली को लेकर के सरकार एक बार चिंतित है दरअसल कई विभागों के राजस्व वसूली में गिरावट के बाद सरकार हरकत में आ गई है। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में और शासन के अपर मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह वसूली की समीक्षा कर लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं।





Body:विभागों की राजस्व वसूली घटने के बाद सरकार एक बार फिर से इस पूरे मामले पर चिंतित हैं।दरअसल कई विभागों की राजस्व वसूली में भारी गिरावट दिखी है।इसके बाद सरकार ने पूरे मामले पर एक्शन लेते हुए मुख्य सचिव ने आदेश जारी कर दिए हैं।इस आदेश के तहत अब जिलाधिकारियों को प्रत्येक 15 दिन में और एसीएस को हर सप्ताह राजस्व वसूली की समीक्षा करके रिपोर्ट भेजनी होगी ।दरअसल प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 की विभाग बार राजस्व वसूली का लक्ष्य तय कर रखा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 1 महीने के भीतर राजस्व वसूली से जुड़े विभागों के लक्ष्य वसूली को लेकर अलग-अलग बैठक भी की थी। जिसके बाद यह मालूम चला है कि कई विभाग व जिलाधिकारी इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता के कार्य में नहीं ले रहे थे और जिसकी वजह से वसूली लक्ष्य में पिछडती जा आ रही है। इसके बाद अब मुख्य सचिव ने यह आदेश दिया है की जिलाधिकारी को 15 दिन में और एसीएस को हर सप्ताह राजस्व वसूली की समीक्षा कर रिपोर्ट वित्त विभाग को रिपोर्ट सौपनी होगी। शासन के अफसरों से भी कहा गया है कि वह विभाग स्तर पर प्राप्तियों की साप्ताहिक समीक्षा करें तथा राजस्व वृद्धि के लिए सभी अहम कदम उठाए। इस तरह जिलाधिकारियों से भी यह निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले के उप जिलाधिकारियों और विभाग अधिकारियों के साथ हर 15 दिन पर वसूली की समीक्षा करें जिससे की वसूली लक्ष्य में किसी भी तरह से विभाग पिछड़ने ना पाए।




Conclusion:एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
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