लखनऊ : हर साल आठ मई को वर्ल्ड रेड क्रॉस डे के रूप में मनाया जाता है. 1920 में भारत में शुरू हुई रेड क्रॉस संस्था अब तक विश्व के लगभग 190 देशों में पहुंच चुकी है. सन 1863 में हेनरी डुएट द्वारा बनाए गई संस्था रेड क्रॉस पूरी दुनिया में शांति दूत बनकर आपदा या किसी भी तरह घायल लोगों की न केवल मदद करती है, बल्कि नया जीवन भी देती है.
रेड क्रॉस संस्था के सचिव डॉ श्याम स्वरूप ने कहा
- भारत में यह संस्था 1920 में आई थी और उत्तर प्रदेश में इसे 1921 में बनाया गया था.
- तब से लेकर अब तक यह संस्था कार्यरत है और विभिन्न आपदा, दुर्घटना में समय से पहुंचकर लोगों की सेवा करती आ रही है.
- रेड क्रॉस सोसाइटी भारत के सभी जगहों पर लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूकता उत्पन्न करती है और साथ ही किसी भी तरह की महामारी में हर संभव मदद भी करती है.
- इसके अलावा बच्चों में फर्स्ट एड और बीमारी के प्रति जागरूकता लाना भी रेड क्रॉस सोसायटी काफी बरसों से करती आ रही है.
- पिछले वर्ष 2018 में साढे़ तीन हजार बच्चों को एक दिन में फर्स्ट एड सिखा कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम भी दर्ज किया था.
हेमेटोलॉजिस्ट होने के नाते मुझे इस बात का भान है कि रेड क्रॉस संस्था लोगों के जीवन के लिए कितनी महत्वपूर्ण है. सबसे अच्छी बात यह है कि यह गैर राजनीतिक और एक परंपरागत संस्था है जो वर्षों से अपना काम बखूबी करती चली आ रही है.
-डॉ एके त्रिपाठी, निदेशक, डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान