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गऊ घाट से आईआईएम रोड के बीच शुरू हुआ वाहनों का आवागमन, मिलेगी राहत - नदी किनारे बसी आबादी

गऊ घाट पम्पिंग स्टेशन (कैटल कालोनी) से आईआईएम रोड (सीतापुर-हरदोई बाईपास) के बीच बंधा रोड पर वाहनों का आवागमन शनिवार से शुरू हो गया. गऊ घाट से घैला पुल तक का सफर सिर्फ 10 मिनट में पूरा होगा.

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गऊ घाट से आईआईएम रोड के बीच शुरू हुआ वाहनों का आवागमन
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Published : Apr 2, 2022, 10:26 PM IST

लखनऊ: गऊ घाट पम्पिंग स्टेशन (कैटल कालोनी) से आईआईएम रोड (सीतापुर-हरदोई बाईपास) के बीच बंधा रोड पर वाहनों का आवागमन शनिवार से शुरू हो गया. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी व सचिव पवन कुमार गंगवार ने शनिवार को नवरात्रि के पहले दिन बंधा रोड पर सफर करके इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया.

उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि बंधा गऊघाट पम्पिंग स्टेशन से आईआईएम रोड तक बनाया गया है. इसमें बांध के छूटे हुए 140 मीटर के हिस्से को 312 लाख रुपये की लागत से बनवाया गया है. वहीं, जो हिस्सा पहले से बना हुआ था, वह कूड़े की डम्पिंग व अनदेखी की वजह से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया था.

लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से इसकी मरम्मत व साफ-सफाई का काम भी करवा दिया गया है. वाहनों चालकों को बंधा रोड पर चलने में किसी तरह की कठिनाई न हो, इसके लिए पूरे मार्ग पर सात मीटर चौड़ाई में रिवर बेड मटीरियल/नैचुरल ग्रैवल गिट्टी की लेयरिंग का कार्य किया गया है.

इसे भी पढ़ेंः फतेहपुर: जब चलेंगे ओवर लोड ट्रक तो कैसे गड्ढा मुक्त होगी सड़क

गऊ घाट से घैला पुल तक का सफर सिर्फ 10 मिनट में पूरा होगा. अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि इस तटबंध के बनने से पुराने लखनऊ में नदी किनारे बसी आबादी को जलभराव की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल जाएगी. साथ ही यह रोड शहर की बड़ी आबादी के लिए आवागमन का बेहतर मार्ग बनेगा. उन्होंने कहा कि पुराने लखनऊ से घैला पुल-आईआईएम रोड की तरफ आने-जाने वाले दो पहिया/चार पहिया वाहन चालक बंधा रोड के रास्ते महज 10 से 15 मिनट में आवागमन कर सकेंगे.


पशुपालकों से किया संवाद: निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने नदी और बंधे के बीच बसे पशुपालकों से भी संवाद किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियामानुसार कार्रवाई करते हुए इन पशुपालकों को यहां से कैटल कालोनी में उपलब्ध अन्य भूखण्डों पर कब्जा देकर स्थानांतरित कर किया जाए. इस मौके पर मुख्य अभियंता इन्दुशेखर सिंह, अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्रा, ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट इम्पलीमेंटेशन यूनिट के सदस्य अनिल कुमार सिंह सेंगर व सिंचाई विभाग के अभियंता अवधेश कुमार पाण्डेय समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.


लोगों ने जाहिर की खुशी: बालागंज निवासी सुधीर शुक्ला ने बताया कि उन्हें अक्सर काम के सिलसिले में आईआईएम रोड की तरफ जाना होता है. पहले वह दुबग्गा-हरदोई बाईपास के रास्ते सफर करते थे, जिसकी दूरी भी अधिक थी और ट्रैफिक जाम का भी सामना करना पड़ता था लेकिन अब वह बंधा रोड के रास्ते चंद मिनटों में आईआईएम रोड पहुंच जा रहे हैं.

ऐशबाग निवासी दिलीप कुमार ने बताया कि वह रोज काम पर जेहटा क्षेत्र में जाते हैं. अब बंधा रोड बनने से वह 10 मिनट में ही आईआईएम रोड होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच जा रहे हैं, जबकि पहले वह बाईपास मार्ग से जाते थे, जिसकी दूरी ढाई किलोमीटर अधिक पड़ती थी.

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लखनऊ: गऊ घाट पम्पिंग स्टेशन (कैटल कालोनी) से आईआईएम रोड (सीतापुर-हरदोई बाईपास) के बीच बंधा रोड पर वाहनों का आवागमन शनिवार से शुरू हो गया. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी व सचिव पवन कुमार गंगवार ने शनिवार को नवरात्रि के पहले दिन बंधा रोड पर सफर करके इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया.

उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि बंधा गऊघाट पम्पिंग स्टेशन से आईआईएम रोड तक बनाया गया है. इसमें बांध के छूटे हुए 140 मीटर के हिस्से को 312 लाख रुपये की लागत से बनवाया गया है. वहीं, जो हिस्सा पहले से बना हुआ था, वह कूड़े की डम्पिंग व अनदेखी की वजह से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया था.

लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से इसकी मरम्मत व साफ-सफाई का काम भी करवा दिया गया है. वाहनों चालकों को बंधा रोड पर चलने में किसी तरह की कठिनाई न हो, इसके लिए पूरे मार्ग पर सात मीटर चौड़ाई में रिवर बेड मटीरियल/नैचुरल ग्रैवल गिट्टी की लेयरिंग का कार्य किया गया है.

इसे भी पढ़ेंः फतेहपुर: जब चलेंगे ओवर लोड ट्रक तो कैसे गड्ढा मुक्त होगी सड़क

गऊ घाट से घैला पुल तक का सफर सिर्फ 10 मिनट में पूरा होगा. अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि इस तटबंध के बनने से पुराने लखनऊ में नदी किनारे बसी आबादी को जलभराव की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल जाएगी. साथ ही यह रोड शहर की बड़ी आबादी के लिए आवागमन का बेहतर मार्ग बनेगा. उन्होंने कहा कि पुराने लखनऊ से घैला पुल-आईआईएम रोड की तरफ आने-जाने वाले दो पहिया/चार पहिया वाहन चालक बंधा रोड के रास्ते महज 10 से 15 मिनट में आवागमन कर सकेंगे.


पशुपालकों से किया संवाद: निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने नदी और बंधे के बीच बसे पशुपालकों से भी संवाद किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियामानुसार कार्रवाई करते हुए इन पशुपालकों को यहां से कैटल कालोनी में उपलब्ध अन्य भूखण्डों पर कब्जा देकर स्थानांतरित कर किया जाए. इस मौके पर मुख्य अभियंता इन्दुशेखर सिंह, अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्रा, ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट इम्पलीमेंटेशन यूनिट के सदस्य अनिल कुमार सिंह सेंगर व सिंचाई विभाग के अभियंता अवधेश कुमार पाण्डेय समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.


लोगों ने जाहिर की खुशी: बालागंज निवासी सुधीर शुक्ला ने बताया कि उन्हें अक्सर काम के सिलसिले में आईआईएम रोड की तरफ जाना होता है. पहले वह दुबग्गा-हरदोई बाईपास के रास्ते सफर करते थे, जिसकी दूरी भी अधिक थी और ट्रैफिक जाम का भी सामना करना पड़ता था लेकिन अब वह बंधा रोड के रास्ते चंद मिनटों में आईआईएम रोड पहुंच जा रहे हैं.

ऐशबाग निवासी दिलीप कुमार ने बताया कि वह रोज काम पर जेहटा क्षेत्र में जाते हैं. अब बंधा रोड बनने से वह 10 मिनट में ही आईआईएम रोड होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच जा रहे हैं, जबकि पहले वह बाईपास मार्ग से जाते थे, जिसकी दूरी ढाई किलोमीटर अधिक पड़ती थी.

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