लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे पॉश इलाके हजरतगंज में विशन नारायण इंटर कॉलेज का संचालन किया जाता है. यह एक सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय है. यहां के शिक्षकों का आरोप है कि स्कूल के भवन को जर्जर दिखाकर इसे गिराने का षडयंत्र किया जा रहा है. माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री एवं जिला सरक्षक डॉ. आरपी मिश्र एवं जिलाध्यक्ष डॉ. आरके त्रिवेदी ने बताया कि विद्यालय प्रबन्धक द्वारा शिक्षकों पर दबाब बनाया जा रहा है कि विद्यालय भवन जर्जर है और उसे गिरवाया जाएगा. भवन काफी मजबूत है और उसे सिर्फ मरम्मत की जरूरत है. उनका आरोप है कि स्कूल की जमीन का व्यवसायिक इस्तेमाल करने के लिए यह पूरा खेल किया जा रहा है.
संगठन की ओर से गुरुवार को एक बैठक कर इसके खिलाफ आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी गई है. निर्णय किया गया कि विद्यालय प्रबन्धक एवं सम्बन्धित शिक्षाधिकारियों, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विद्यालय भवन की मरम्मत कराये जाने तथा प्रबन्धक द्वारा विद्यालय की अरबों रूपये की भूमि के व्यावयायिक उपयोग की मंशा पर तत्काल प्रभावी रोक लगाए जाने की मांग की जाएगी. संगठन का दावा है कि विद्यालय प्रबन्धक के निर्देश पर मध्य भवन के कक्षों को बन्द कर दिया गया है, जिससे उनका शिक्षण कार्य में उपयोग नहीं होता है. विद्यालय में पठन पाठन टीन शेड में होता है.
एक जमाने में सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय ही शिक्षा की रीढ़ हुआ करते थे. ज्यादातर विद्यालय शहर के पॉश इलाकों में है. सरकारी सहायता प्राप्त होने के कारण इनसे स्कूल प्रबंधन को कोई लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसे में इन स्कूलों के भवनों को जर्जर बताकर गिराने का षड्यंत्र बार-बार किया जा रहा है. 2018 में ऐसे ही शहर के लालबाग क्षेत्र में संचालित लखनऊ इंटरमीडिएट कॉलेज को भी जर्जर बता कर गिराने का प्रयास शुरू किया गया था. लेकिन, बाद में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के हस्तक्षेप के बाद स्कूल को बचाया जा सका.
शिक्षकों का आरोप, स्कूल को जर्जर बता कर गिराने का षड्यंत्र - उत्तर प्रदेश खबर
लखनऊ के हजरतगंज में विशन नारायण इंटर कॉलेज एक सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय है. यहां के शिक्षकों का आरोप है कि स्कूल के भवन को जर्जर दिखाकर इसे गिराने का षडयंत्र किया जा रहा है. उनका आरोप है कि स्कूल की जमीन का व्यवसायिक इस्तेमाल करने के लिए यह पूरा खेल किया जा रहा है.
![शिक्षकों का आरोप, स्कूल को जर्जर बता कर गिराने का षड्यंत्र जर्जर बता कर गिराने का षड्यंत्र](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-12687954-thumbnail-3x2-im.jpg?imwidth=3840)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे पॉश इलाके हजरतगंज में विशन नारायण इंटर कॉलेज का संचालन किया जाता है. यह एक सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय है. यहां के शिक्षकों का आरोप है कि स्कूल के भवन को जर्जर दिखाकर इसे गिराने का षडयंत्र किया जा रहा है. माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री एवं जिला सरक्षक डॉ. आरपी मिश्र एवं जिलाध्यक्ष डॉ. आरके त्रिवेदी ने बताया कि विद्यालय प्रबन्धक द्वारा शिक्षकों पर दबाब बनाया जा रहा है कि विद्यालय भवन जर्जर है और उसे गिरवाया जाएगा. भवन काफी मजबूत है और उसे सिर्फ मरम्मत की जरूरत है. उनका आरोप है कि स्कूल की जमीन का व्यवसायिक इस्तेमाल करने के लिए यह पूरा खेल किया जा रहा है.
संगठन की ओर से गुरुवार को एक बैठक कर इसके खिलाफ आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी गई है. निर्णय किया गया कि विद्यालय प्रबन्धक एवं सम्बन्धित शिक्षाधिकारियों, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विद्यालय भवन की मरम्मत कराये जाने तथा प्रबन्धक द्वारा विद्यालय की अरबों रूपये की भूमि के व्यावयायिक उपयोग की मंशा पर तत्काल प्रभावी रोक लगाए जाने की मांग की जाएगी. संगठन का दावा है कि विद्यालय प्रबन्धक के निर्देश पर मध्य भवन के कक्षों को बन्द कर दिया गया है, जिससे उनका शिक्षण कार्य में उपयोग नहीं होता है. विद्यालय में पठन पाठन टीन शेड में होता है.
एक जमाने में सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय ही शिक्षा की रीढ़ हुआ करते थे. ज्यादातर विद्यालय शहर के पॉश इलाकों में है. सरकारी सहायता प्राप्त होने के कारण इनसे स्कूल प्रबंधन को कोई लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसे में इन स्कूलों के भवनों को जर्जर बताकर गिराने का षड्यंत्र बार-बार किया जा रहा है. 2018 में ऐसे ही शहर के लालबाग क्षेत्र में संचालित लखनऊ इंटरमीडिएट कॉलेज को भी जर्जर बता कर गिराने का प्रयास शुरू किया गया था. लेकिन, बाद में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के हस्तक्षेप के बाद स्कूल को बचाया जा सका.