नई दिल्ली: 5 अक्टूबर को यूपी पुलिस द्वारा पुष्पेंद्र यादव नाम के युवक के एनकाउंटर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसको लेकर न सिर्फ यूपी में बल्कि दिल्ली विश्वविद्यालय में भी प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में आर्टस फैकेल्टी के बाहर लॉ फैकेल्टी के तमाम छात्रों ने हाथों में पोस्टर बैनर लिए यूपी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपियों को सजा दिए जाने की मांग की.
'यूपी पुलिस कर रही है फर्जी एनकाउंटर'
छात्रों का कहना था कि यूपी में प्रशासन और पुलिस तानाशाही रवैया अपना रही है, जो सरकार के खिलाफ या अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता है पुलिस उसका फर्जी एनकाउंटर कर देती है. अगर हम पिछले समय की बात करें तो पिछले कई समय में कई फर्जी एनकाउंटर यूपी पुलिस द्वारा किए गए हैं. फिर बात वह विवेक तिवारी, सुमित गुर्जर, जितेंद्र यादव इस तरह के ही नाम है. इन सबके फर्जी एनकाउंटर किए गए.
जांच में सामने आया फर्जी एनकाउंटर का मामला
छात्रों का कहना था कि पहले किए गए भी कई एनकाउंटर फर्जी हैं. बाद में यूपी प्रशासन की ओर से इन सभी के परिजनों को मुआवजा देकर झूठा दुख जताने की कोशिश की गई. अगर फर्जी एनकाउंटर नहीं थे तो मुआवजा किस लिए दिया गया.
'प्रशासन से सवाल पूछने पर एनकाउंटर'
छात्रों का कहना था कि आज हम आर्ट फैकेल्टी के बाहर इसलिए इकट्ठा हुए हैं, क्योंकि यूपी में जिस तरीके से तमाम लोगों का फर्जी एनकाउंटर किया जा रहा है. जो पुलिस से सवाल करता है प्रशासन से सवाल करता है. उसे चुप करा दिया जाता है, आगे ऐसा न हो इसके लिए हम सब को एक होना होगा और आगे आकर यूपी पुलिस और प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी.